ग्रेटर नोएडा . नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर को गाजियाबाद की रैपिडएक्स (रैपिड रेल) से जोड़ने के लिए सर्वे शुरू हो गया है. सर्वे के साथ मिट्टी की जांच, स्टेशनों का लेआउट, ट्रैक के निर्धारण का काम चल रहा है. इसके ट्रैक पर रैपिड रेल और मेट्रो चलाई जा सकेगी.

नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (एनसीआरटीसी) मार्च तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट दे देगा. नोएडा एयरपोर्ट को गाजियाबाद से रैपिड रेल से जोड़ा जाएगा. एनसीआरटीसी ने इसकी फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाई है. इस रूट से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, ईस्ट और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र जुड़ जाएगा. आरआरटीएस स्टेशन से ग्रेनो वेस्ट और परी चौक के माध्यम से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेलमार्ग को मंजूरी दे दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक 72.2 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 12 स्टेशन होंगे. परी चौक पर एक्वा लाइन के साथ रैपिड रेल आकर मिलेगी. इसका निर्माण दो चरणों में होगा. पहले चरण में गाजियाबाद और सेक्टर इकोटेक-5 (कासना) के बीच 37.15 किलोमीटर का कॉरिडोर बनेगा. यह वर्ष 2031 तक बनकर तैयार होगा. दूसरा चरण सेक्टर इकोटेक-6 से नोएडा एयरपोर्ट तक 35.11 किलोमीटर का कॉरिडोर बनेगा. यह वर्ष 2041 तक पूरा होगा. यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि मार्च तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट मिलेगी.

पहले चरण में 9798 करोड़ खर्च होंगे

फिजबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक गाजियबाद से कासना तक के पहले चरण के कॉरिडोर पर 9798 करोड़ रुपये खर्च होंगे. दूसरे चरण में कासना से एयरपोर्ट 6391 करोड़ रुपये की लागत आएगी. केंद्र सरकार लागत का 20 प्रतिशत वहन करेगी, जबकि 50 प्रतिशत लागत राज्य सरकार देगी. बाकी बचा धन यीडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा.