लखनऊ. NCERT ने 12वीं के सिलेबस से डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचनाओं को हटाने का निर्णय लिया है. निराला के साथ-साथ फिराक गोरखपुरी की रचनाएं भी 12वीं के पाठ्यक्रम से हटाई गईं हैं. सरकार के इस निर्णय को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जबरदस्त हमला बोला है. उन्होंने सरकार के इस निर्णय की निंदा की है.

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सपा प्रमुख ने सरकार से स्पष्टीकरण देने की मांग की है, और तुरंत उत्तर प्रदेश के अन्य कवियों की भी हटाई गई रचनाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘राम की शक्तिपूजा’ जैसी कालजयी रचना के लेखक सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ जी की एक रचना को NCERT के पाठ्यक्रम से हटाया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है. भाजपा सरकार स्पष्टीकरण दे और तुरंत उप्र के अन्य कवियों की भी हटायी गयी रचनाओं को फिर से शामिल करवाए.

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गौरतलब है कि सरकार ने 12वीं के सिलेबस से साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचनाओं को बाहर करने का निर्णय लिया है. NCERT ने 12वीं के सिलेबस से डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रचनाओं को हटाने का निर्णय लिया है. निराला के साथ-साथ फिराक गोरखपुरी की रचनाएं भी 12वीं के पाठ्यक्रम से हटाई गईं हैं.

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