स्पोर्ट्स डेस्क. मैदान के हर कोने में शॉट खेलने की क्षमता रखने वाले सूर्यकुमार यादव टी-20 अंतरराष्ट्रीय में किसी एक कैलेंडर वर्ष में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. पिछले कुछ समय से भारत के सर्वश्रेष्ठ टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज बन कर उभरे सूर्यकुमार के नाम पर एक कैलेंडर वर्ष में अब 732 रन दर्ज हैं. उन्होंने इस मामले में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को पछाड़ा, जिन्होंने 2018 में 689 रन बनाए थे.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज के शुरुआती टी20 अंतरराष्ट्रीय में तिरुवनंतपुरम में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक खेलने वाला यह बल्लेबाज खेल के छोटे प्रारूप में 1000 रन के आंकड़े से महज 24 रन दूर है. इस वर्ष उनका स्ट्राइक रेट 180.29 का रहा है, जबकि 32 मैचों में उनके करियर का स्ट्राइक रेट 173.35 का रहा है. वह इस प्रारूप में 57 छक्के और 88 चौके लगा चुके हैं.

मोहम्मद रिजवान को पछाड़ा
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार जब वह क्रीज पर उतरे उस समय भारतीय टीम पावरप्ले में 2 विकेट पर 17 रन बनाकर मुश्किल में थी. उन्होंने अपनी पारी की शुरुआती 3 गेंदों में से 2 पर छक्का जड़कर टीम को दबाव से बाहर निकाला और 33 गेंद की आक्रामक पारी में नाबाद 50 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई. पारी की शुरुआत में 2 छक्कों के साथ, सूर्यकुमार ने पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान को भी पीछे छोड़ दिया और टी20 अंतरराष्ट्रीय में किसी कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड बनाया. रिजवान ने 2021 में 42 छक्कों का रिकॉर्ड बनाया था. मार्टिन गुप्टिल ने भी उसी वर्ष 41 छक्के लगाए थे. सूर्यकुमार के नाम अब 45 छक्के हो गए हैं और इस वर्ष भारत को अभी कई और टी20 मुकाबले खेलने हैं.

केएल राहुल ने की सूर्यकुमार की तारीफ
पहले मैच में कठिन परिस्थितियों में सहजता से बल्लेबाजी करने वाले सूर्यकुमार की तारीफ करते हुए भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने कहा कि, मुश्किल पिच पर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को देखना अविश्वसनीय था. पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 106 रन ही बना सकी. भारत ने 16.4 ओवर में 2 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया. लक्ष्य का पीछा करते समय भारत की भी शुरुआत खराब रही. टीम ने कप्तान रोहित शर्मा (0) और विराट कोहली (3) के विकेट जल्दी गंवा दिए और पावरप्ले में राहुल रन बनाने के लिए जूझते दिखे. शुरुआती 6 ओवरों में टीम का स्कोर 2 विकेट पर महज 17 रन था. राहुल ने मैच के बाद कहा कि जाहिर है, इस पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था. हमने पहले भी इस तरह की मुश्किल पिचों पर बल्लेबाजी की है, लेकिन मैच वहां रन नहीं बना सका था. ऐसे में यह काफी मुश्किल पारी थी.

उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले सूर्यकुमार की तारीफ करते हुए कहा कि सूर्यकुमार को मैदान पर उतरते ही इस तरह के शॉट खेलते देखना अविश्वसनीय था. आप ने देखा होगा किस तरह से यहां गेंद स्विंग कर रही थी. पिच से गेंद को दोहरी गति मिल रही थी और कुछ गेंदें रूक कर आ रही थी. इस पर किसी के लिए भी बल्लेबाजी करना मुश्किल होता. भारतीय उप-कप्तान ने कहा कि सूर्यकुमार को पहली ही गेंद शरीर पर लग गई. इसके बाद वह शॉट खेलना चाहता था, गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाना चाहता था. इससे मुझे क्रीज पर समय बिताने का मौका मिला. इससे मुझे पारी के आखिर में बड़े शॉट खेलने में मदद की.