सारंगढ़-बिलाईगढ़. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सुशासन तिहार के तहत कनकबीरा गांव पहुंचे. उनके आगमन पर जिले के कलेक्टर और एसपी भी मौके पर मौजूद रहे. मुख्यमंत्री साय ने गांव में एक पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधा संवाद कर रहे हैं. आम जनता से सरकारी योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं. इसके बाद वे विंध्यवासिनी माता के दर्शन के लिए रवाना हुए.

कनकबीरा में मुख्यमंत्री साय ने की ये घोषणाएं

सीएम आए, सौगात लाए… सुशासन तिहार के तहत तीसरे चरण में सीएम साय आज सारंगढ़-बिलाईगढ़ के कनकबीरा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ग्रमीणों से बातचीत करने के बाद सीएम साय ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की है.

क्या-क्या हुई घोषणाएं ?

  • कनकबीरा के आश्रित ग्राम नरगीखोल में लात नाला पर होगा पुलिया निर्माण
  • कनकबीरा में बनेगा मंगल भवन
  • कनकबीरा में कन्या छात्रावास का होगा निर्माण
  • गोड़म में पंचायत भवन का होगा निर्माण

मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों को सुशासन तिहार की सार्थकता बताते हुए कहा कि पहले चरण में आवेदन लिए गए, दूसरे चरण में उन पर कार्यवाही हुई और अब तीसरे चरण में सरकार आपके गांव में पहुंची है. हमने बीते डेढ़ वर्षों में जनता के हित में कार्य किया है. सुशासन तिहार हमारा रिपोर्ट कार्ड भी है और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन करने का अवसर भी. इसके माध्यम से हम जनकल्याणकारी योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति जान रहे हैं. हमारे अलावा मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सुशासन तिहार में शामिल हो रहे हैं.

मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए. सभी जरूरतमंदों को आवास मिलेगा, ‘आवास प्लस’ में जिनका नाम है, उन्हें भी आवास दिया जाएगा. हमने किसानों से किया गया वादा निभाते हुए 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि 70 लाख से अधिक महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि सीधे उनके खातों में देकर आर्थिक समृद्धि और महिला सशक्तिकरण का द्वार खोला गया है. जो लाभार्थी अभी वंचित हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा. तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को 4000 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये किया गया है. रामलला दर्शन योजना प्रारंभ कर हितग्राहियों को अयोध्या दर्शन कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री तीर्थ योजना को पुनः शुरू कर इच्छुक परिवारों को अपने पसंद के तीर्थस्थल तक जाने की सुविधा दी जा रही है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल से ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंकिंग व अन्य सेवाओं की सुविधा मिलेगी. अभी यह सेवा 1460 पंचायतों में शुरू की गई है. सरकार तकनीक के उपयोग से भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर रही है. रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल किया गया है. पीएससी भर्ती में गड़बड़ी की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की गई है और आने वाले समय में निष्पक्ष व पारदर्शी तरीकों से नई भर्ती होगी.

संवाद के माध्यम से परखी योजनाओं की हकीकत

ग्राम कनकबीरा में अचानक पहुंचे मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद किया. मुख्यमंत्री ने बिजली व्यवस्था, राशन वितरण और महतारी वंदन योजना की राशि के संबंध में हितग्राहियों से जानकारी ली. जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति की स्थिति पर भी बात की. उन्होंने किसानों को धान के साथ-साथ मक्का, उड़द, मूंग आदि लाभकारी फसलें लेने को प्रेरित किया.

सारंगढ़ के पूर्व विधायक को अपने पास बिठाया

ग्राम कनकबीरा में चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री साय की नजर नीचे बैठे पूर्व विधायक शमशेर सिंह पर पड़ी. उन्होंने उन्हें आत्मीयता से पास बुलाया और कुर्सी पर बैठाया. बातचीत में पूर्व विधायक ने बताया कि वे क्षेत्र में समाज सेवा और मंदिर निर्माण कार्य कर रहे हैं.

85 वर्षीय भागीरथी साहू को भेंट किया अपना साफा

85 वर्षीय भागीरथी साहू, जो लाठी के सहारे चौपाल तक पहुंचे थे, मुख्यमंत्री की बातों को ध्यानपूर्वक सुनते रहे. मुख्यमंत्री ने उनसे आत्मीयता से भेंट की और जाते समय अपना साफा उनके गले में डालकर सम्मान प्रकट किया. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कनकबीरा में दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त प्रदेशवासियों की समृद्धि, सुख-शांति और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है और जनकल्याण ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

बता दें कि 5 मई से ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 31 मई तक आकस्मिक दौरे पर निकलेंगे. इस विशेष अभियान के दौरान मुख्यमंत्री किसी भी समय, किसी भी जिले या गांव में अचानक पहुंच सकते हैं. सीएम साय का दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा गया है. स्थानीय प्रशासन से लेकर आम जनता तक, किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं होगी कि मुख्यमंत्री साय कब और कहां पहुंचेंगे. सीएम साय किसी भी जिले में पहुंचकर आमजनों से सीधे संवाद करेंगे और ग्रामीणों से मिलकर योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे. वे समाधान शिविरों में भी शामिल होंगे और लोगों की समस्याओं को मौके पर ही सुनकर समाधान की दिशा में कार्य करेंगे.