रायपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी, संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर निशाना साधा है. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, भाजपा के नेता और कार्यकर्ता महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानते. स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किला की प्राचीर से संबोधित करते हुए महिलाओं का अनादर करने से बचने और महिलाओं का सम्मान करने की सीख दी थी. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि, भाजपा के नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री द्वारा दी गई सीख पर अमल नहीं कर रहे हैं.

आगे सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि, भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं का अनादर करने की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दी गई सीख के बावजूद इस पर रोक नहीं लग पाई है. 17 अगस्त को पी.जी. कॉलेज कवर्धा के मुख्य द्वार को भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने बंद कर दिया. कॉलेज की छात्राओं को कॉलेज में जाने नहीं दिया. कॉलेज में प्रवेश लेने दूर-दूर से छात्र और उनके परिजन आए थे, जिन्हें भाजपा के लोगों ने कॉलेज में जाने से रोक दिया.

वहीं इसके कारण इन छात्र-छात्राओं को प्रवेश से वंचित होना पड़ा. इन लोगों ने कॉलेज की छात्राओं के सामने कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ अश्लील नारेबाजी की. इन लोगों की अश्लील नारेबाजी, हुड़दंगई और गुंडागर्दी के कारण कॉलेज की छात्राएं डर के कारण वहां से चले गईं. छात्राओं ने इसकी नामजद रिपोर्ट 17 अगस्त को थाना कोतवाली में की है.

छात्राओं ने भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पीयूष सिंह, कवर्धा शहर महामंत्री सौरभ सिंह, युवा मोर्चा के अंचल गुप्ता, हेमराज चन्द्राकर, अरविंद वर्मा, सचिन गुप्ता सहित पार्टी की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के ललित मानिकपुरी, उदय तिवारी, तुकेश चन्द्रवंशी, केशव योगी के नाम का उल्लेख अपनी शिकायत में किया है.

साथ ही यह भी मांग की है कि इन पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना घटित न हो और छात्राएं सुरक्षित महसूस कर सकें. छात्राओं की शिकायत पर 17 अगस्त को धारा 143, 341 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाते हुएयह भी कहा है कि, भाजपा की प्रदेश प्रभारी ने कवर्धा के पी.जी. कॉलेज में छात्राओं से दुर्व्यवहार करने और उनके सामने अश्लील नारे लगाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं पर कोई कार्रवाई करना तो दूर की बात इस पर कोई संज्ञान भी नहीं लिया. चूंकि डी. पुरंदेश्वरी खुद भी महिला हैं उसके बावजूद छत्तीसगढ़ की महिलाओं के सम्मान के मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को काबू में नहीं रख पा रही हैं. इसलिए उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. इसे देखते हुए भाजपा के प्रदेश प्रभारी को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.