Nepal first woman prime minister Sushila Karki: नेपाल में तख्तापलट और उसके बाद जारी तमाम गतिरोधों के बीच नेपाल की प्रधानमंत्री नाम पर सहमति बन गई है। नेपाली सेना और GenZ प्रदर्शनकारियों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की के नाम पर मुहर लग गई है। सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी। राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल कार्की को आज ही सुबह 11 बजे तक शपथ दिला सकते हैं। काठमांडू के मेयर और PM पद के दावेदार बालेन शाह ने भी कार्की का समर्थन किया है। नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल संविधान के अनुच्छेद 61(4) के ‘बाधा अडकाउ, फुकाउ’ प्रावधान का इस्तेमाल करके सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त करेंगे।

नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने वाली सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई फैसले लिए और युवा वर्ग में लोकप्रिय हुईं। भारत से अच्छे संबंधों की पक्षधर हैं और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुकी हैं।

शीतल निवास के सूत्रों ने बताया कि कार्की शुक्रवार सुबह शपथ भी ले सकती हैं। राष्ट्रपति पौडेल ने कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त करने के लिए गुरुवार मध्यरात्रि तक विचार-विमर्श और परामर्श जारी रखा। उन्होंने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बारे में सूचित कर दिया है और संविधान विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग विचार-विमर्श भी किया है।

नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस रहीं

73 साल की सुशीला नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस भी रही हैं। उनका जन्म 7 जून 1952 को नेपाल के बिराटनगर में हुआ था। 11 जुलाई 2016 को वह नेपाल सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस बनीं। हालांकि कार्की इस पद पर करीब 1 साल तक ही रहीं। इसके बाद 30 अप्रैल 2017 को उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया। इसके बाद उन्हें चीफ जस्टिस के पद से सस्पेंड कर दिया गया। कार्की अपने माता-पिता की सात संतानों में सबसे बड़ी हैं। 1972 में उन्होंने महेंद्र मोरांग कैंपस बिराटनगर से BA किया। इसके बाद 1975 में भारत के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स किया। उन्होंने 1978 में उन्होंने नेपाल के त्रिभुवन यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की। इसके एक साल बाद उन्होंने लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी।

नेपाल में बवाल के बीच पूर्व राजा का संदेश

इधर नेपाल में मचे बवाल के बीच पूर्व राजा ज्ञानेंद्र बीबी शाह का संदेश सामने आया है। रॉयल फेमिली के इंस्टाग्राम हैंडल के जरिए पूर्व राजा ने कहा कि जो कुछ भी कल हुआ, वह अत्यंत दुखद था, जितने भी भाइयों को हमने खोया है, सभी के प्रति हार्दिक संवेदना। जो भी इस निंदनीय घटना के जिम्मेदार हैं, उन सभी पर कानून के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।

ज्ञानेंद्र शाह की ओर से इस आंदोलन में मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि भी दी गई। उन्होंने कहा कि देश के लिए किए गए उनके कार्यों को सम्मान मिलना ही चाहिए। अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ किए गए उनके प्रयासों को हमारा भी हमेशा समर्थन रहेगा। अपने संदेश में रॉयल फैमिली ने Gen-Z का उत्साह बढ़ाते हुए कहा, ‘हे वीर, आगे बढ़ — पीछे हटने की बात मत कर. अगर मां को पाना चाहते हो तो नेपाल को खोजना होगा।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m