बिलासपुर। छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (सिम्स) में लगातार हो रही चोरी, पाकेटमारी और अन्य घटनाओं को रोकने के लिए प्रबंधन ने नया निर्णय लिया है. अब शाम छह बजे के बाद किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को अस्पताल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें : नकारा साबित हो रही मोबाइल मेडिकल यूनिट, न जांच के लिए डॉक्टर और न ही मरीजों को देने के लिए दवा…
दरअसल, सिम्स में एक बार फिर चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं. आसपास के चोर गिरोह सक्रिय हो चुके हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों और उनके स्वजनों को निशाना बना रहे हैं. वाहन चोरी के साथ – साथ उठाईगिरी और पाकेटमारी की घटनाएं आम हो गई हैं.

खासकर शाम होते ही ये चोर सक्रिय हो जाते हैं. इस दौरान सिम्स के गलियारों में सन्नाटा रहता है और सुरक्षा की कमी का फायदा उठाकर चोर अस्पताल भवन में घुसकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं.
सिम्स में कुल 29 वार्ड संचालित होते हैं. ऐसे में हर वार्ड की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सुरक्षा कर्मियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इन समस्याओं को देखते हुए सिम्स प्रबंधन ने नया निर्णय लिया है कि शाम छह बजे के बाद केवल उन्हीं लोगों को अस्पताल भवन में प्रवेश मिलेगा, जिनके मरीज भर्ती हैं. नई व्यवस्था से चोरी की घटनाओं पर काफी हद तक रोक लगने की उम्मीद है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें