हापुड़ में 500 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित होने के बाद लेखपाल सुभाष मीणा ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. खतौनी के बदले यह रिश्वत सुभाष के असिस्टेंट मिंटू ने ली थी. शिकायत पर डीएम ने मिंटू पर एफआईआर कराई गई थी. वहीं लेखपाल को सस्पेंड कर दिया गया था.
बताया जा रहा है कि सुभाष के रिटायरमेंट में सिर्फ 8 महीने रह गए थे. रिश्वत के इल्जाम पर सुभाष इतने आहत हुए उन्होंने अपनी जान ही दे दी. अब इस मामले की जांच कमिश्नर और DIG मेरठ करेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मामले का संज्ञान ले लिया है. वहीं इस मामले के बाद से प्रदेश भर के लेखपाल आंदोलन की राह पर है.
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जानकारी के मुताबिक लेखपाल सुभाष मीणा पर 3 जून को आरोप लगा था कि उन्होंने 500 रुपये की रिश्वत ली है. आरोपों के मुताबिक यह रिश्वत लेखपाल ने गांव में आयोजित एक चौपाल में ली थी. इसी गांव के रहने वाले भूपेंद्र ने आरोप लगाया था कि उनसे 500 रुपये की वसूली की गई. ग्रामीण ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की थी. जिस पर डीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया.
बताया जा रहा है कि लेखपाल बुधवार की सुबह तहसीलदार से मिलने पहुंचा था. जिसके बाद तहसील परिसर में ही लेखपाल ने जहर खा लिया. हालत बिगड़ने पर आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया. यहां से उसे हायर सेंटर रेफर किया गया.
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