दिल्ली. लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की पहली सूची जल्द जारी हो सकती है. इस सूची में कुछ बड़े नामों के अलावा कठिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा सकते हैं. चुनाव के ऐलान से पहले ही उम्मीदवार घोषित करने के पीछे भाजपा की यह रणनीति है कि प्रचार के लिए समय मिल सके.

इस बीच चर्चा है कि भाजपा के करीब 70 से 80 सांसद ऐसे हैं, जिनके टिकट पर संशय है. इनके कामकाज की पार्टी समीक्षा कर रही है और उनके जीतने की संभावनाओं को भी टटोला जा रहा है. पार्टी की टॉप लीडरशिप ने अब तक यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, उत्तराखंड, त्रिपुरा और कुछ अन्य राज्यों के नेताओं के साथ बैठक की है. इसमें मंथन हुआ है कि किन नए उम्मीदवारों को मौका दिया जाए और कहां पर उम्मीदवार रिपीट न किए जाएं, सूत्रों का कहना है कि राज्यों से हर सीट पर तीन कैंडिडेट्स के नाम भेजे गए हैं. अब केंद्रीय चुनाव समिति में इन नामों पर मंथन होगा और उसके बाद ही ऐलान किया जाएगा. माना जा रहा है कि करीब 80 सांसद ऐसे होंगे, जिन्हें अब फिर से चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिलेगा.

70+ MP की परफॉर्मेंस कमजोर

इन सांसदों में कई ऐसे हैं, जिनकी आयु 70 साल के पार है. इसके अलावा कुछ ऐसे भी हैं, जिनकी परफॉर्मेंस कमजोर रही है. जेपी नड्डा और अमित शाह ने पिछले दिनों कई मीटिंगें की हैं. एमपी से जिन नेताओं के नाम उम्मीदवारों की सूची में भेजे गए हैं, उनमें शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान से पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ का नाम है. खबर है कि जिन सांसदों को हाल ही में विधानसभा में उतारा गया था, उन्हें लोकसभा में दोबारा मौका नहीं मिलेगा. उनके स्थान पर नए चेहरों को मौका मिलेगा. कई नेता तो विधायक बनने के बाद अपने राज्यों में अब मंत्री पद भी संभाल रहे हैं.