जगदलपुर। हैदराबाद के डेंगगुड़ापारा से बस्तर के लोहंडीगुड़ा पहुंचे एक मजदूर की आइसोलेशन सेंटर में मौत हो गई. आंध्र प्रदेश के खतरनाक कोरोना स्ट्रेन होने की आशंका पर मजदूर की मौत के बाद तत्काल पत्र के जरिए जिला प्रशासन को उसकी सारी जानकारी दी गई. इसके साथ मृतक का कोरोना सैंपल भुवनेश्वर भेजा गया है, जहाँ से दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से वेरिएंट की पुष्टि होगी.
इस एक घटना ने पूरे प्रशासनिक अमले की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि इसके पहले राज्य सरकार की ओर से बस्तर संभाग के जिलों के कलेक्टर्स को आंध्र प्रदेश के कोरोना के नए खतरनाक स्ट्रेन के प्रति आगाह करते हुए लॉकडाउन के दौरान जिलों का सीमा नियंत्रण, सीमा जाँच – परीक्षण में सुधार और सख्ती से लागू करने की आवश्यकता बताई थी. यही नहीं बताया जा रहा है आंध्रप्रदेश के कोरोना स्ट्रेन इतना खतरनाक होता है कि मरीज की 3 से 4 दिनों में ही मौत हो जाती है.
राज्य सरकार के निर्देश के बाद सुकमा जिले को आंध्र प्रदेश से जोड़ने वाली सीमा में 24 घंटे सख्ती बरती जा रही है. आंध्र प्रदेश का कोरोना स्ट्रेन 15 गुना ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है, जिसकी वजह से सीमा क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा गया है. आंध्र प्रदेश से आने वालों को कोरोना जांच के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जा रहा है. सीमा क्षेत्रो में बेरीकेड्स लगा कर 24 घण्टे निगरानी की जा रही है.