रायपुर. राजधानी के कोटा स्थित सुयश अस्पताल ने एक जरूरतमंद मरीज का ऑपरेशन कर न केवल उसको नया जीवनदान दिया बल्कि ऑपरेशन के पैसे न लेकर एक नेक काम भी किया है.

 दरअसल भनपुरी के रहने वाले ललित परमार के सिर की नसों में फ्लोडाइवर्टर लगना था. ये स्टंट काफी महंगा आता है, इसकी कीमत अंबेडकर अस्पताल में 5.20 लाख रुपए बताई गई थी. लेकिन मरीज सुयश अस्पताल पहुंचा. उसने वहां डॉ राहुल आहलुवालिया से जांच कराई और बताया कि उसके पास इतने पैसे नहीं है. डॉ राहुल ने मरीज से कहा कि यदि वे खाली स्टंट के करीब 3.25 लाख रुपए की व्यवस्था कर लेगा तो वो उसका ऑपरेशन अस्पताल में कर देंगे. उक्त डॉ ने सुयश अस्पताल के डायरेक्टर डॉ नितिन गोयल, डॉ मनोज लाहोटी और डॉ विवेक केशरवानी से मरीज के परेशानी के संबंध में बातचीत की. मानवता की मिसाल पेश करते हुए तीनों डॉयरेक्टरों ने एक सूर में मरीज की हर प्रकार से संभव मदद करने कहा. इसके बाद मरीज सुयश अस्पताल में भर्ती हुआ, जहां मरीज के सिर की नसों में फ्लोडाइवर्टर लगाया गया.

अस्पताल के तीनो डायरेक्टर विधायक विकास उपाध्याय के साथ

दो मासूम बेटी है, घर बेचने की थी नौबत

मरीज ललित परमार के इलाज में फ्लोडाइवर्टर खरीदने में श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रिय समाज ने आपस में मिल-जुलकर पैसे जमा किए और मरीज की मदद की. मरीज के घर में उनकी 80 वर्ष से अधिक उम्र की मां और दो मासूम बेटी है. यही कारण है कि ऐसी परेशानी से बचने और इलाज के लिए उसे अपना घर बेचना पड़ता.  लेकिन सुयश अस्पताल द्वारा की गई मदद के बाद अब मरीज के सिर से घर की छत बच गई.