लखनऊ. रामचरितमानस पर घिर चुके सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया है. जिसमें स्वामी प्रसाद ने उनके बाबाओं के सिर काटने वाले बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि महिला महिला समाज और शूद्रवर्ण के सम्मान की बात की. मैंने सम्मान की बात की तो, मानो पहाड़ टूट गया.

सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”समस्त महिला समाज व शूद्रवर्ण के सम्मान की बात क्या किया, मानो पहाड़ टूट गया. जिन दंभी, पाखंडी, छद्मभेशी बाबाओं ने सिर काटने वालो को 21लाख ₹ देने की घोषणा की थी, वही बाबा फोटो को तलवार से काटकर अपने शैतान होने की पुष्टि कर दी. अब इन्हे पलटी मार बाबा कहें या थूककर चाटने वाला हैवान.”

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आपको बता दें कि पूर्व मंत्री एवं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते रोज कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते. सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है. उन्होंने कहा था कि सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है, क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है.

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स्वामी प्रसाद के इस बयान के बाद उनका जमकर विरोध शुरु हो गया था. इसी बीच हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने मौर्य को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वो स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर तन से जुदा करने वाले को 21 लाख रुपये के इनाम देंगे. जिसपर स्वामी प्रसाद ने ट्वीट कर पलटवार किया है.

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