रायपुर– स्वामी विवेकानंद जयंती पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्वामी ने जो संदेश दिया है, उसकी सार्थकता पूरी दुनिया के लिए हैं. स्वामी विवेकानंद के संदेश में जीवित नारायण की सेवा का सबसे बड़ा उद्देश्य माना जाता है. इसका जीता-जागता उदाहरण नारायणपुर में स्थित विवेकानंद आश्रम में देखा जा सकता है. मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद का छत्तीसगढ़ में बिताए गए पलों को स्मरण करते हुए कहा कि स्वामी ने 12 वर्ष की उम्र में जबलपुर से बैलगाड़ी से रायपुर आए थे. वे युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं. उनकी स्मृति को चिस्थायी बनाए रखने के लिए उनके जन्म दिवस को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है.

यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय नेवई, भिलाई में 68 करोड़ की लागत से बनने वाले निर्माण कार्यों का भूमिपूजन करने के बाद कही. उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उन्होंने यहां विवेकानंद युवा कौशल सेतु का शुभारंभ भी किया. इस अवसर पर गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, वाणिज्य कर एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे.

आत्मानंद महाराज ने रायपुर में विवेकानंद आश्रम की स्थापना की

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि स्वामी की संदेश एवं चरित्रार्थ से प्रेरित होकर आत्मानंद महाराज ने रायपुर में विवेकानंद आश्रम की स्थापना की है. विवेकानंद आश्रम में स्वामी की स्मृतियों को अक्षुण्य रखने का कार्य किया जाता है. उन्होंने प्रदेशवासियों को स्वामी विवेकानंद की जयंती की शुभकामनाएं देते हुए उनके कार्य और संदेश को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ने और प्रदेश की विकास में सहभागी बनने कहा.

मुख्यमंत्री ने आज विश्वविद्यालय परिसर में बनने जा रहे निर्माण कार्यों को विश्वविद्यालय के लिए एक शिखर बताया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इन निर्माण कार्यों के होने से युवाओं को अपना भविष्य निर्माण करने की दिशा में मदद मिलेगी. स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय युवाओं को तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण, कौशल उन्नयन एवं भविष्य गढ़ने का कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि स्वामी की स्मृति को बनाए रखने के लिए ही विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा गया है.

तकनीकी शिक्षा से छूआ जा सकता है नई उंचाईयों को – गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि तकनीकी शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके सहारे नई उंचाईयों को छूआ जा सकता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में निर्माण कार्य होने पर तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के साथ ही नई उंचाईयों को छूने में मदद मिलेगी. तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय आने वाले समय में अपने कुशल नेतृत्व से उच्च शिक्षा एवं नैतिक शिक्षा के क्षेत्र में नए उंचाईयों को प्राप्त करेगा.

इस अवसर पर विधायक भिलाई नगर देवेंद्र यादव, विधायक कोंडागांव श्री मोहन मरकाम, विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एनके वर्मा, कुल सचिव डाॅ. डीएन सिरशान, संभागायुक्त दिलीप वासनीकर, स्वामी विवेकांनद राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के अध्यक्ष  एसआर ठाकुर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, विश्वविद्यालय एवं अन्य तकनीकी महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.