रायपुर. स्वाइन फ्लू (एच1 एन1) वायरस के कारण होता है, जो कि संक्रमित वस्तुओं के संपर्क से फैलता है. तेज बुखार, खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सिर दर्द, बदन दर्द और उल्टी जैसे लक्षण नजर आने पर 24 से 48 घंटों के भीतर चिकित्सक से जांच अवश्य करानी चाहिए. यदि उपरोक्त लक्षणों के साथ छोटे बच्चें, गर्भवती महिलाएं, डायबटीज, उच्च रक्त चाप तथा अन्य रोगों जैसे किडनी, लीवर, कैंसर से पीड़ित हो तो चिकित्सक की सलाह पर ओसेल्टामीवीर की दवाई ली जानी चाहिए.
संचालक, महामारी नियंत्रण, संचालनालय, स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी बयान में बताया कि आम लोगों के लिए स्वाइन फ्लू के संबंध में अधिक जानकारी के लिए निःशुल्क अरोग्य सेवा 104 डायल कर स्वास्थ्य परामर्श पर जानकारी प्राप्त किया. जा सकता है. निःशुल्क जांच के लिए राज्य के माईक्रोबॉयोलॉजी विभाग, चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर एवं जगदलपुर में सुविधा उपलब्ध है. राज्य के सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ओसेल्टामीवीर की दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है.
भीड़भाड़ वाले इलाकों से रहें दूर
स्वाइन फ्लू बीमारी के लक्षणों का हवाला देते हुए बताया गया है कि इस बीमारी का वायरस संक्रमित व्यक्तियों के छीकने–खांसने से हवा में ड्रापलेट के रुप में हवा में आ जाते हैं, इसलिए भीड़भाड़ वालों स्थानों में जाने से बचना चाहिए. इसके अलावा सर्दी-खांसी जुकाम वाले व्यक्तियों के द्वारा उपयोग में लाये गये रुमाल अथवा कपड़े का उपयोग नही किया जाना चाहिए.
संपर्क आने पर साबुन से हाथ धोएं
संभावित अथवा पॉजीटीव मरीजों को घर पर एवं अस्पताल में भर्ती के दौरान बचाव के लिए ट्रिपल लेयर मास्क, चश्मा का उपयोग किया जाना चाहिए. मरीजों के सीधे संपर्क आने पर आंख, नाक, कान व मुंह को छूने से पहले साबुन से हाथ धोना चाहिए. भीड़ वाली सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचे. संक्रमित व्यक्ति से एक मीटर की दूरी बनाकर रखें. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के पूर्व अपने मुंह एवं नाक पर मास्क का प्रयोग करें.