भारत में बेशक इच्छामृत्यु को कानूनी दर्जा ना मिला हो लेकिन दुनिया के कई देश मुश्किल बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इच्छामृत्यु की अनुमति देते हैं. इनमें से एक स्विजरलैंड दुनिया में पहली बार ऐसे पॉड्स इस्तेमाल करने जा रहे हैं, जिनमें लेटने के बाद बटन दबाते ही मौत हो जाएगी. सुसाइड करने के लिए किसी तरह की मेडिकल प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत नहीं होगी.

पहली बार सार्को नाम के इस कैप्यूल से साल 2019 में पर्दा उठाया गया था और यह इच्छामृत्यु का आसानी से विकल्प देता है. यह कैप्सूल बटन दबाने के बाद अंदर मौजूद ऑक्सीजन को निकाल देता है और इसकी जगह नाइट्रोजन भर देता है, जिससे अंदर मौजूद व्यक्ति की मौत हो जाती है. इसे इस्तेमाल करने का खर्च 20 डॉलर (करीब 1,700 रुपये) के आसपास आता है.

स्विजरलैंड में शुरू होगा इस्तेमाल

इस कैप्सूल का इस्तेमाल स्विजरलैंड में शुरू करने के लिए कोई कानूनी रुकावट नहीं आनी चाहिए. आपको बता दें कि स्विजरलैंड में अगर कोई व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचाता है, तो उसे असिस्टेट सुसाइड की अनुमति कानूनी रूप से मिल जाती है. ऐसे लोगों के लिए नया कैप्सूल काम का साबित होगा.

कुछ ऐसी होगी सुसाइड की प्रतिक्रिया

सबसे पहले जो भी इंसान इस सुसाइड पॉड के अंदर जाएगा उससे पूछा जाता है कि आपका नाम क्या है, आप कहां रहते हैं और फिर पूछा जाता है कि आप ये कदम क्यों उठा रहे हैं. यही वो समय होता है जब इंसान को दोबारा अपने बारे में सोचने का मौका मिलता है. इसके बाद जब इंसान बटन दबाता है तो हवा में मौजूद ऑक्सीजन अगले 30 सेकंड में ही 21 % से घटकर 0.05 % हो जाएगा और अगले 3 से 4 मिनट में व्यक्ति हमेशा के लिए सो जाएगा. ग्रुप ने ये भी बताया है कि व्यक्ति द्वारा एक बार बटन दबाने के बाद उसके पास कोई और ऑप्शन मौजूद नहीं होता.

बता दें कि  स्विट्जरलैंड में सुसाइड पॉड के इस्तेमाल के लिए कोई कानूनी रोक नहीं है. स्विट्जरलैंड के एक संगठन द लास्ट रिज़ॉर्ट के मुताबिक, यहां का कानून लोगों को इस तरह की मौत की इजाजत देता है.