7 जुलाई को राजा स्वरूप में हुआ बाबा महाकाल का श्रृंगारः श्रावण की पंचमी तिथि पर श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में शामिल होकर पुण्य लाभ कमाया, कांवड़ियों ने भी किया जलाभिषेक