शमी का पौधा न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। गर्मियों के मौसम में इसकी देखभाल सही तरीके से की जाए तो यह गमले में भी हरा-भरा और मजबूत बना रहता है। आज हम आपको शमी के पौधे को सही तरीके से लगाने और उसकी देखभाल के कुछ आसान और असरदार टिप्स बता रहे हैं।

सही गमला चुनें

शमी का पौधा गहरे और चौड़े गमले में अच्छे से बढ़ता है। कम से कम 12 इंच गहराई वाला गमला लें, ताकि जड़ें अच्छे से फैल सकें।

मिट्टी का चुनाव

अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी लें। रेतीली मिट्टी (sand + garden soil + compost) इसके लिए उपयुक्त होती है।मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाएं, इससे पौधे को पोषण मिलेगा।

धूप जरूरी है

शमी का पौधा सूरज की रोशनी में ही अच्छी ग्रोथ करता है।दिन में कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप में रखें।

पानी देने का तरीका

गर्मियों में 2-3 दिन में एक बार पानी दें, लेकिन ओवरवॉटरिंग से बचें।मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें। पानी जमा नहीं होना चाहिए।

कटाई-छंटाई

समय-समय पर सूखी पत्तियों और टहनियों को काटते रहें ताकि पौधा फ्रेश बना रहे और नई ग्रोथ हो।

खाद देना

महीने में एक बार जैविक खाद (जैसे गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट) जरूर डालें।अगर पत्तियां पीली पड़ रही हों तो नीमखली या सरसों खली का पानी भी दे सकते हैं।

कीट नियंत्रण

अगर पौधे पर कीड़े लगें तो नीम का तेल (Neem Oil) स्प्रे करें।