सुप्रिया पांडेय, रायपुर। तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांधीवादी तरीके से लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं. एक दर्जन बार बैठक कर चुके हैं, और उनकी एक ही मांग रहती है, लेकिन भारत सरकार उन्हें तरह-तरह से घुमाने की कोशिश की जा रही है. जब डेढ़ साल के लिए कानून हटा रहे हैं तो हमेशा के लिए हटा दें, यह आंदोलन नहीं होगा.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को जैतु साव मठ में महात्मा गांधी की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया. स्वतंत्रता आंदोलन के समय 24 फरवरी 1933 को महात्मा गांधी का मठ में आगमन हुआ था. इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से चर्चा में किसान आंदोलन को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि यह तीन काले कानून पूंजीपतियों के हित में है, इसलिए किसान विरोध कर रहे हैं. इसे समाप्त करने की बात कर रहे हैं. जब डेढ़ साल के लिए हटा रहे तो हमेशा के लिए हटा दे, तो यह आंदोलन नहीं होगा. छत्तीसगढ़ के मॉडल को आप अडॉप्ट कर लीजिए. 90 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है, यह रिकॉर्ड है. समर्थन मूल्य पर हम ने खरीदा है. यही बात तो किसान कह रहे हैं, वह छत्तीसगढ़ की बात मान ले.
अरविंद नेताम के बयान पर दी सफाई
अरविंद नेताम के उनके बयान पर नाराजगी जताए जाने पर सीएम ने कहा परियोजना को लेकर वे विरोध करें, किसने रोका है. मैंने यह कहा है कि आदिवासियों की अर्थव्यवस्था उसी प्रकार से आर्थिक रूप से सक्षम बने, जैसे हमारे राजनेता अरविंद नेताम जैसे लोग सक्षम बने. मैंने दीपक बैज का भी उदाहरण दिया. उसी प्रकार वह सक्षम हों. उसमें गलत क्या बात है? इसमें नाराज क्यों होना चाहिए? मैं चाहता हूं कि सारे लोगों को रोजगार मिले, सारे लोगों की अर्थव्यवस्था अच्छी हो. जैसे अरविंद नेताम खेती करते हुए हैं. बाकी आदिवासियों को भी खेती करने का मौका मिलना चाहिए, जैसे उनके खेत में पानी मिलता है, वैसे सब के खेत में पानी मिलना चाहिए.
राम मंदिर के चंदे को लेकर कही यह बात
राम मंदिर के चंदे को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बिलासपुर में एक महिला ने फर्जी दान पत्र छुपाकर चंदा इकट्ठा कर रही थी, शिकायत करने वाले कौन है? विश्व हिंदू परिषद वालों ने शिकायत की और एफआईआर दर्ज हुआ. तो उन्हीं की बात तो मैं कर रहा हूं कि ऐसे कितने लोग हैं जो फर्जी दान पत्र बना कर दान के पैसे इकट्ठा कर रहे हैं? तो ट्रस्ट से ही पूछ लिया कि यहां किस को अधिकृत किया है, वह नाम बता दें. जनता भी जानेंगे यह व्यक्ति है जिसे दान लेने के लिए अधिकृत किया है.
पिछली बार के चंदे का नहीं मिला है हिसाब
उन्होंने कहा कि कुछ लोग राम मंदिर के नाम से अवैध चंदा उगाही करना चाहते हैं. उसका भंडाफोड़ होना चाहिए क्योंकि पिछले समय जो चंदा दिया था, आज तक उसका हिसाब नहीं दिया. फिर से उसी प्रकार से भगवान राम के चंदा इकट्ठा करना चाहते हैं. ट्रस्ट को चंदा देने का अधिकार है, लेकिन वह कौन व्यक्ति है, जो चंदा प्राप्त करता है, उसकी जानकारी होना चाहिए.