मनोज यादव, कोरबा. कोयला परिवहन में लगी एक मालगाड़ी के चक्के में आई खराबी की वजह से बीते दो माह से कोरबा रेलवे स्टेशन में खड़ी रही. आखिरकार बिलासपुर की 70 सदस्यीय टीम ने आकर चक्के को दुरुस्त किया, तब जाकर मालगाड़ी को रवाना किया गया.

आसनसोल से आए रेलवे इंजन के साथ उससे जुड़ी दो बोगियों के व्हील फैल गए थे. दो माह पहले कुसमुंडा से कोयला भरकर जा रही मालगाड़ी के इंजन और उससे लगे दो बोगियों के चक्के फैल गए थे. समय रहते सुपरवाइजर ने खामी देख ली और उसने फौरन सूचना देकर गाड़ी को रुकवा दिया. मालगाड़ी को दूसरे इंजन के माध्यम से गंतव्य के लिए रवाना किया गया.

क्षेत्रीय प्रबंधक कोरबा रेलवे अर्जित सिंह ने बताया कि बिलासपुर से एक रेलवे का विशेष क्रेन मंगाया गया था. 5 इंजीनियर और 65 मजदूर की टीम ने 12 घंटे की मशक्कत के बाद खराबी दूर कर ली. इंजन के सुधार के दौरान विशालकाय रेलवे क्रेन को देखने यात्री और राहगीरों की भीड़ लग गई थी. हर किसी के जहन में बस यही बात आ रही थी की कोई बड़ा हादसा तो नहीं हुआ है.