हिरोशिमा। जापान के शहर हिरोशिमा में जारी G-7 देशों की शिखर सम्मेलन के दौरान शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच मुलाकात हुई. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद मोदी और जेलेंस्की की पहली मुलाकात है.

इसके पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के व्यक्तिगत आमंत्रण पर हिरोशिमा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से मुलाकात की है. सम्मेलन में मोदी ने रूस के यूक्रेन पर हमले को लेकर भारत के नजरिए पर बात की.

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के महत्व को रेखांकित करते हुए, राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के आधार पर एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए अपने मजबूत समर्थन की पुष्टि की. इसके साथ ही उन्होंने आपूर्ति में बाधा, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन की चिंताओं को दूर करने की प्राथमिकता पर जोर दिया.

उन्होंने कहा कि भारत का उद्देश्य विभिन्न आवाजों के बीच एक पुल के रूप में काम करना है, मानवता की भलाई के लिए साझा उद्देश्यों को प्राप्त करने पर केंद्रित रचनात्मक एजेंडे को बढ़ावा देना है. वहीं दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में चीन के सैन्य विस्तार और भारत के साथ चीन के तनाव को लेकर उन्होंने कहा कि भारत संप्रभुता, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान और अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन का सम्मान करता है.