रायपुर- स्कूल शिक्षा विभाग में प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे डाॅक्टर आलोक शुक्ला और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डायरेक्टर एन के शुक्ला रिटायर हो गए हैं. इन दो आईएएस के रिटायरमेंट के साथ-साथ मुख्यमंत्री सचिवालय में बतौर सचिव और कृषि संचालक की जिम्मेदारी संभाल रहे टामन सिंह सोनवानी को लोक सेवा आयोग का चेयरमेन बनाया गया है. चेयरमेन बनने के हालात में उन्हें वीआरएस लेना होगा. इधर हावर्ड विश्वविद्यालय से एक साल का मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद एम गीता भी भारत लौट आई है, फिलहाल इस वक्त दिल्ली में क्वारंटाइन पर है.इस लिहाज से भूपेश सरकार जल्द ही फेरबदल की एक सूची जारी करेगी.
भूपेश सरकार ने हाल ही में राज्य का अब तक का सबसे बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया था. एक झटके में 23 जिलों के कलेक्टर बदल दिए गए थे. मंत्रालय के आला अधिकारियों की नई या अतिरिक्त जिम्मेदारी तय की गई थी. तब ही यह कहा जा रहा था कि आने वाले दिनों में एक छोटी सूची अलग से जारी की जाएगी. चर्चा है कि नई सूची तैयार कर ली गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दस्तखत करते हुए इसे जारी कर दिया जाएगा.
डा.आलोक शुक्ला को संविदा नियुक्ति !
डाॅक्टर आलोक शुक्ला स्कूल शिक्षा, के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा और रोजगार, कौशल विकास की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. साथ ही व्यापम और माध्यमिक शिक्षा मंडल के चेयरमेन करा भी चार्ज उनके हिस्से था. कोरोना लाॅकडाउन के दौरान आनलाइन कक्षाएं जारी करने के लिए पढ़ई तुंहर द्वार योजना डाॅ. आलोक शुक्ला के दिमाग की ही उपज थी, जिसकी देशभर में सराहना की गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के 16 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर स्कूल शिक्षा को लाॅकडाउन पीरियड में सतत जारी रखने के लिए इस योजना को साझा किया था. पढ़ई तुंहर द्वार एक ऐसा आनलाइन पोर्टल है, जिसमें सभी कक्षाओं के विषयों के वीडियो लेक्चर अपलोड किए गए हैं. प्रशासनिक गलिराये में यह संकेत हैं कि डाॅ.आलोक शुक्ला को सरकार संविदा नियुक्ति देगी. स्कूल शिक्षा विभाग में बेहतरी के उनके अभिनव प्रयासों से मुख्यमंत्री बघेल वाकिफ है. इस वक्त जब राज्य आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे कठिन दौर में शिक्षा को ग्रास रूट तक ले जाने का डा.शुक्ला माॅडल राज्य को एक नई पहचान दिला सकता है. यदि शुक्ला को संविदा नियुक्ति दी गई, तो संभव है कि सरकार उनका मौजूदा प्रभार यथावत रखे.
लल्लूराम डाट काम से बातचीत करते हुए डा.आलोक शुक्ला ने कहा कि स्कूल शिक्षा को लेकर राज्य में जो किया जा रहा है, वह बेहतर है. सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है. हमे इस वक्त क्वालिटी पर ध्यान देने की जरूरत है. सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों की तुलना में बेहतर वेतन मिलता है. हमारे शिक्षक ज्यादा क्वालिफाइड है. फिर भी लोगों के मन में यह भावना है कि प्राइवेट स्कूल बेहतर होते हैं. इस धारणा को बदलने की जरूरत है. कुछ शिक्षक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, उन लोगों को सामने लाने की जरूरत है. संविदा नियुक्ति की खबरों को डा.शुक्ला ने हाइपोथिटिकल कहा है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि मुझे कुछ बेहतर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई तो मैं धन्यवाद ही दूंगा. डा.शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री स्कूल शिक्षा को लेकर बड़ी सोच रखते हैं. इस वक्त राज्य में कुछ अच्छा करने का मौका भी है. मुझे काम करते हुए सबका अच्छा सहयोग मिला.
टामन सोनवानी पीएससी चेयरमेन
इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी अधिकारियों में शुमार टामन सिंह सोनवानी को पीएससी चेयरमेन बनाया गया है, चूंकि उनकी सर्विस अभी बाकी है, लिहाजा पीएससी चेयरमेन बनने के लिए उन्हें वीआरएस लेना होगा. 2004 बैच के आईएएस टामन सोनवानी नारायणपुर. कांकेर जैसे कई जिले की कलेक्टरी कर चुके हैं. नक्सल इलाकों में पोस्टिंग के दौरान वह बाइक पर बैठकर दौरे पर निकल जाया करते थे. सोनवानी करीब साढ़े तीन साल तक चेयरमेन बने रहेंगे. उनके नई जिम्मेदारी संभाले जाने के बाद कृषि, विमानन का चार्ज किसी अन्य अधिकारी को देना होगा.
1997 बैच की आईएएस एम गीता अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय से मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद वापस भारत आ गई है. फिलहाल दिल्ली में क्वारंटाइन पर हैं. उनकी वापसी के साथ ही उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. एम गीता अमेरिका जाने के पहले महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही थी.