जब भी हम बाहर रेस्‍टोरेंट में बाहर खाना खाने जाते हैं, हमारा मन होता है कि तंदूरी रोटी खाएं, क्योंकि रोज रोज घर की तवा चपाती खाकर बोरियत हो जाती है. तंदूरी रोटी होटल में खाई जाने वाली सबसे पॉपुलर डिशेज में से एक है. खाना खाने आए 90 प्रतिशत लोग इसे ही ऑर्डर करते हैं. दरअसल, ये रोटी का ही एक रूप है. बस इसमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है, लेकिन खाने में बड़ी ही स्‍वादिष्‍ट लगती है.

चाहे कोई त्‍योहार या फिर शादी-पार्टी हो, कढ़ाई पनीर, दाल, करी आदि के साथ तंदूरी रोटी एकदम फिट बैठती है. इस रोटी को आमतौर पर तंदूर में सेंका जाता है. आपने देखा होगा कि गर्मा गर्म इस रोटी से कोयले की गंध आती है, इसी कारण लोग इसे बड़े चाव के साथ खाते हैं. पर क्‍या आप जानते हैं कि रेस्‍टोरेंट की तंदूरी आपकी सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक है. अगर आप भी तंदूरी रोटी खाने के शौकीन हैं, तो हम बता रहे हैं कि तंदूरी रोटी खाने से कौन कौन सी समस्‍याएं हो सकती हैं. Read More – अजब-गजब : मौत के बाद शव का सूप बनाकर पीते हैं इस देश के लोग, जानें कहां है ऐसी अजीब परंपरा …

सेहत के लिए कैसे खराब है तंदूरी रोटी

रेस्‍टोरेंट में बनी तंदूरी रोटी सेहत के लिए खराब मानी गई है. वहीं अगर इसे घर में बनाएं, तो सेहत को कोई नुकसान नहीं होगा. लेकिन हममें से ज्‍यादातर लोग होटल या रेस्टोरेंट से इसे ऑर्डर करते हैं. यहां तंदूरी खूब सारे मक्‍खन और अनहेल्‍दी फैट के साथ बनाई जाती है. मैदा आंत के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक है. इसके लगातार सेवन से इरीटेबल बाउल सिंड्रोम, पुरानी कब्‍ज, पाचन संबंधी समस्‍याएं और कोलेस्‍ट्रॉल जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.

दिल की बीमारी का जोखिम

किसी भी होटल या रेस्टोरेंट में तंदूरी रोटी तंदूर में बनाई जाती हैं, जिसे कोयले, लकड़ी या चारकोल पर रखा जाता है. ब्रिटेन में ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के अनुसार, कोयला, लकड़ी या चारकोल में पका हुआ खाना खाने से न केवल एयर पॉल्यूशन होता है, बल्कि हृदय रोग का खतरा भी बढ़ता है. एनवायरमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ में पब्लिश हुई एक स्टडी बताती है कि जो लोग खाना पकाने के लिए लकड़ी या कोयले का इस्तेमाल करते हैं, उनमें हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और स्‍ट्रोक से मरने का जोखिम 12 प्रतिशत ज्‍यादा होता है.

डायबिटीज का खतरा बढ़ाती है

तंदूरी रोटी मैदे से बनती है, जिसमें बहुत ज्‍यादा मात्रा में ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स होता है, जिससे ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. खासतौर से अगर आप डायबिटिक हैं, तो बाहर से तंदूरी रोटी मंगाने से परहेज करना चाहिए. नहीं तो बार-बार मैदा खाने से इंसुलिन उत्पादन कम होने लगेगा और डायबिटीज बढ़ जाएगी. Read More – Today’s Recipe : साउथ इंडियन डिश को इटेलियन ट्विस्ट देते हुए बनाएं Cheese Dosa, यहां जानें रेसिपी …

​ज्‍यादा खाने से बढ़ता है वजन

आपको जानकर हैरत होगी कि तंदूरी रोटी आपके वेट गेन के लिए जिम्‍मेदार है. आज लोगों का मोटापा बढ़ रहा है, तो इसकी मुख्‍य वजह रिफाइंड आटा यानी मैदा है. इसका सेवन करने से शरीर में फैट बढ़ता है. मैदा आंत में सूजन को बढ़ावा देती है, जिससे वजन अपने आप बढ़ने लगता है.

​स्‍ट्रेस का शिकार बनाए

आए दिन तंदूरी रोटी खाने से व्‍यक्ति स्‍ट्रेस, डिप्रेशन, एंजाइटी का शिकार हो सकता है. इसके अलावा कई मेंटल हेल्‍थ प्रॉब्लम का रिस्‍क भी बढ़ सकता है.

​आंत को नुकसान पहुंचाए

आप शायद नहीं जानते, लेकिन मैदा से बनी तंदूरी रोटी छोटी आंत को नुकसान पहुंचाने के लिए जानी जाती है. दरअसल, मैदा भी ग्‍लूटेन का स्‍त्रोत है, जो इसे लोचदार बनावट देता है. यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे सीलिएक रोग या IBS जैसी कई पाचन संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं.