देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाने की कोशिश कर रही है. ऐसे में इसने इलेक्ट्रिक वाहनों के 50,000 यूनिट्स का उत्पादन कर एक अहम मील का पत्थर स्थापित किया है. कंपनी ने सोमवार को अपने पुणे प्लांट से अपने लेटेस्ट ईवी को रोल-आउट किया.

टाटा मोटर्स (Tata Motors) की इलेक्ट्रिक कार को भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं और खरीदे जाते हैं. बाजार में मौजूद सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार भी टाटा मोटर्स की तरफ से ही है. टाटा मोटर्स ने अपनी इलेक्ट्रिक कार के बजट सेगमेंट भी लॉन्च किये है. कंपनी की नेक्सॉन इलेक्ट्रिक कार (nexon electric car) एक बजट इलेक्ट्रिक कार है और इसे बाजार में सबसे ज्यादा पसंद किये जाता है. टाटा मोटर्स की बाजार में 3 इलेक्ट्रिक कार मौजूद है और कंपनी ने अपनी न्यू इलेक्ट्रिक कार Tata CURVV EV को भी अनाउंस कर दिया है.

5 साल में 10 EV लॉन्च करने की योजना

आगे बढ़ते हुए, कंपनी की योजना पांच वर्षों में 10 ईवी (EV) लॉन्च करने की है और अपने भविष्य के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तीन-चरणीय आर्किटेक्चर अप्रोच पर ध्यान केंद्रित कर रही है. कंपनी का मानना है कि भारतीय ग्राहक ईवी (EV) अपनाने के लिए तैयार हैं, जो ईंधन की बढ़ती कीमत और प्रदूषण जैसी समस्याओं का व्यावहारिक समाधान पेश करते हैं. टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा ‘ग्राहक… शुरुआती अपनाने वालों से अब ईवी को मुख्यधारा की पसंद बनता देख रोमांचित हैं.’

1 लाख इलेक्ट्रिक कार बेचेगी टाटा

टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने शेयर धारकों से कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2023 में करीब 5 लाख कारें बेचने की योजना बना रही है. उन्होंने इस बात का भी भरोसा जताया है कि अगले साल तक कंपनी करीब 1 लाख इलेक्ट्रिक कारें बेच देगी. एन. चंद्रशेखरन ने कंपनी की 77वीं एजीएम में यह एलान किया था. कंपनी ने 2021 में 5000 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं, 2022 में 19,500 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं और इस साल कंपनी 50 हजार कारें बेच कर एन नया रिकॉर्ड बनाया है. 2025 तक कंपनी के पोर्टफोलियो में 10 इलेक्ट्रिक व्हीकल शामिल हो जाएंगे और अगले 5 सालों में कुल सेल्स में इलेक्ट्रिक कारों की हिस्सेदारी 25 फीसदी तक पहुंच सकती है.