Tata Technologies IPO: दलाल स्ट्रीट का हर निवेशक टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. बाजार नियामक सेबी ने पिछले महीने के अंत में टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ आवेदन को अपनी मंजूरी दे दी थी. अब हर निवेशक इस आईपीओ को लेकर टाटा ग्रुप के अगले कदम का इंतजार कर रहा है. आइए जानते हैं इस आईपीओ को लेकर अब तक क्या जानकारी सामने आई है.

19 साल का सूखा खत्म होगा

टाटा ग्रुप की दिग्गज आईटी सर्विसेज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का आईपीओ (TCS IPO) जुलाई 2004 में आया था. उसके बाद से टाटा ग्रुप की किसी भी कंपनी का आईपीओ अभी तक नहीं आया है. ऐसे में टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ से 19 साल का सूखा खत्म हो जाएगा.

टाटा टेक्नोलॉजीज के बारे में जानिए

टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी, प्योर प्ले इंजीनियरिंग सर्विसेज से जुड़ी कंपनी है. कंपनी उत्पाद विकास और डिजिटल इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करती है और कंपनी का मुख्य ध्यान विनिर्माण क्षेत्र पर है. इस कंपनी की शुरुआत साल 1994 में कोर सॉफ्टवेयर सिस्टम्स के रूप में हुई थी, जिसे टाटा ग्रुप ने अधिग्रहण कर लिया था. फरवरी 2001 में इस कंपनी का नाम बदलकर Tata Technologies कर दिया गया.

IPO से जुड़ी ये जानकारी आई सामने

टाटा मोटर्स की इस सहायक कंपनी ने 9 मार्च को आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा किया था. इसके बाद से ही कंपनी का आईपीओ से जुड़ा आवेदन सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रहा था.

इस आईपीओ के साइज से जुड़ी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है कि इस इश्यू का साइज करीब 4000 करोड़ रुपये हो सकता है. यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल पर आधारित होगा. इस आईपीओ के तहत टाटा मोटर्स, अल्फा टीसी होल्डिंग्स और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड-I जैसे निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.

ग्रे मार्केट में अभी से दिखने लगी धूम

Tata Technologies के IPO को लेकर अभी कई तरह की जानकारी सामने नहीं आई है. इसके बावजूद ग्रे मार्केट में इस आईपीओ की लोकप्रियता दिख रही है. आईपीओ वॉच के मुताबिक, कंपनी के शेयर 100 रुपये के प्रीमियम के साथ ग्रे मार्केट में उपलब्ध हैं.