फैशनेबल और अलग दिखने की चाह युवाओं के लिए मुसीबत बनती जा रही है. खुद को स्टाइलिश बनाने के लिए युवा Tattoos का सहारा ले रहे हैं. टैटू कई सालों से बनवाए जा रहे हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में टैटू से होने वाले इंफेक्शन के मामले काफी बढ़े हैं. Tattoos बनवाते समय त्वचा छिल जाती है.

इस वजह से टैटू की सुई शरीर के ब्लड और प्लामा के संपर्क में आ जाती है. अगर सुई से एक से अधिक व्यक्ति को Tattoos बनाया जाता है तो एक-दूसरे के गंभीर बीमारी से संक्रमित होने का खतरा है. ऐसे में एचआइवी, हेपेटाइटिस बी और सी से दूसरे के संक्रमित होने का भी खतर रहता है. Read More – बच्चों को इस तरह सीखाएं किचन के ये छोटे-छोटे काम, साथ ही बनाएं उन्हें सेल्फ डिपेंडेंट …

टैटू स्याही से इंफेक्शन

कई बार Tattoos बनाने के लिए पुरानी स्याही का प्रयोग किया जाता है. अधिक पुरानी स्याही में बैक्टेरिया पनप सकते हैं जो इंफेक्शन का कारण बन सकता है. इसके अलावा स्याही के कंटेनर में भी बैक्टीरिया और अन्य पदार्थ मिलकर इंफेक्शन की स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं. अधिकतर स्याही में एनिमल बेस्ड एडिटिवीज, कैलीग्राफी इंक, केमिकल्स, मेटल सॉल्ट, पेंटर टोनर और कार पेंट होता है जो स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है. Read More – Sidharth Malhotra और Kiara Advani की हो गई परमानेंट बुकिंग, शादी के बाद रोमांस में डूबा दिखा नया जोड़ा …

इसके साथ यदि टैटू बनने वाला अनप्रोफेशनल आर्टिस्ट है तो खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. Tattoos बनवाने से पहले जरूरी है कि आप पहले अपने आर्टिस्ट का पोर्टफोलियो जान लें, साथ ही यह भी कि उसका काम कैसा है, उसका नाम कैसा है और उसके पास कितना अनुभव है. ये ध्यान रखने वाली बात है कि Tattoos आर्टिस्ट ने हाथों में ग्लव्स पहने हैं कि नहीं, उसने टैटू बनाने के लिए नई सुई ली या नहीं. एक खराब टैटू आर्टिस्ट आपको खराब टैटू के साथ-साथ खतरनाक बीमारियां भी दे सकता है.