Tax Saving Mutual Funds: म्यूचुअल फंड स्कीमों ने पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसी तरह, तीन टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड या ईएलएसएस ने 25 साल में 1.5 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश को 1 करोड़ रुपये में बदल दिया है। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

एचडीएफसी टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीम ने 25 साल में 1.5 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश को 1 करोड़ रुपये में बदल दिया है। इसी अवधि में इसकी चक्रवृद्धि ब्याज वृद्धि दर (सीआईजीआर) 22.77 फीसदी रही है।

इसके अलावा, फ्रैंकलिन इंडिया ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड ने इसी अवधि में एकमुश्त निवेश को 1.89 करोड़ रुपये में बदल दिया। इस टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीम ने इसी अवधि में 21.34 फीसदी की चक्रवृद्धि ब्याज वृद्धि दर दी है।

इसके अलावा, सबसे पुराने टैक्स सेविंग फंड एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड ने 25 साल में 1.5 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश को 1.10 करोड़ रुपये में बदल दिया है। इस स्कीम ने इस अवधि में 18.76 प्रतिशत का CIGR रिटर्न दिया है।

वहीं, अन्य ELSS या टैक्स सेविंग फंड ने इस समय अवधि में 18.11 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश को 80.98 लाख रुपये में बदल दिया है। इस अवधि में इन टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीमों का CAGR 10.47 प्रतिशत – 17.29 प्रतिशत रहा है।

आपको बता दें कि इकनॉमिक टाइम्स म्यूचुअल फंड ने 14 जुलाई 1999 से 13 जुलाई 2024 के बीच के प्रदर्शन की गणना की, जिसके आधार पर यह डेटा सामने आया है। ELSS या टैक्स सेविंग स्कीम निवेशकों को आईटी एक्ट की धारा 80C के तहत आयकर में छूट देती हैं। धारा 80C के तहत दूसरे निवेश विकल्पों में लंबी अवधि के लिए निवेश करना होता है।