Tax Saving Scheme: बाजार में निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन आज भी देश का एक बड़ा वर्ग पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में निवेश करना पसंद करता है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसमें निवेशकों का पैसा 100 फीसदी सुरक्षित (post office schemes) रहता है. इसे सरकारी गारंटी मिलती है. पोस्ट ऑफिस की कई स्कीम्स में निवेश करने पर टैक्स सेविंग (tax saving) का भी फायदा मिलता है.

मार्च का महीना खत्म होने को आया है. ऐसे में अगर आप वित्त वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 2022-23) में टैक्स छूट का लाभ लेना चाहते हैं तो 31 मार्च से पहले टैक्स छूट का लाभ देने वाली योजनाओं में निवेश जरूर करें. आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की दो ऐसी योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं, जिनमें आपको तगड़े रिटर्न के साथ-साथ टैक्स छूट का भी लाभ मिलेगा. यह योजना डाकघर सावधि जमा योजना और राष्ट्रीय बचत योजना है.

डाकघर एफडी योजना

पोस्ट ऑफिस एफडी स्कीम को टाइम डिपॉजिट स्कीम (डाकघर टीडी स्कीम) के नाम से भी जाना जाता है. पोस्ट ऑफिस में आप कुल 5 साल के लिए एफडी के रूप में निवेश कर सकते हैं. 5 साल की अवधि में निवेश करने पर आपको आयकर की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये की कटौती मिलती है. इस स्कीम में आप 1,000 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.

वहीं, अधिकतम निवेश की कोई सीमा तय नहीं की गई है. पांच साल की टाइम डिपॉजिट स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को 7 फीसदी का रिटर्न मिलता है. वहीं पोस्ट ऑफिस एक साल की अवधि के लिए निवेश पर 6.6 फीसदी, 2 साल की अवधि के लिए 6.8 फीसदी और 3 साल की अवधि के लिए 7.00 फीसदी की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. ध्यान दें कि टैक्स बेनिफिट सिर्फ 5 साल की एफडी पर ही मिलता है.

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र
नेशनल सेविंग्स स्कीम यानी नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस की मशहूर योजनाओं में से एक है. इसमें निवेशक कुल 5 साल के लिए निवेश कर सकता है. इस योजना पर 7 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. यह ब्याज आपको कंपाउंडिंग के आधार पर मिलता है.

इस योजना में भी आप 1,000 रुपये से 100 रुपये के गुणकों में जितना चाहें उतना निवेश कर सकते हैं. इस योजना में 5 साल तक 1,000 रुपये का निवेश करने पर आपको बदले में 1403 रुपये मिलेंगे. इस योजना में भी निवेश करने पर आपको आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है. इस योजना के तहत निवेश करने पर आपको लोन की सुविधा भी मिलती है.

कौन सा प्लान है बेहतर

टैक्स बचाने के मामले में दोनों योजनाओं में आपको 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलेगी. अंतर यह है कि पोस्ट ऑफिस के नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में निवेश करने पर आपको कंपाउंडिंग के आधार पर ब्याज का लाभ मिलता है. इसके साथ ही ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज पर आपको इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स देना होगा. अगर आप भविष्य में लोन लेना चाहते हैं तो एनएससी स्कीम में निवेश की गई रकम पर ही इसे ले सकते हैं.