नई दिल्ली. केंद्र सरकार में बने रहने के पीएम मोदी के अनुरोध को ठुकराने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने तेलगु देशम की एक आपात बैठक बुलाई है. जिसमें गठबंधन को लेकर पार्टी की आगामी रणनीति तय होगी. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है.
टीडीपी के केंद्र सरकार में दोनों मंत्री गुरुवार की देर शाम पीएम मोदी से मिले थे और उसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा था. चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिये जाने की वजह से सरकार से रिश्ता तोड़ा है. हालांकि, शुरू में पीएम मोदी ने चंद्रबाबू नायडू से दस मिनट की बातचीत में उन्हें समझाने की कोशिश की थी और टीडीपी के फैसले को वापस लेने के लिए कहा था.
लेकिन एन चंद्रबाबू नायडू ने केन्द्र की राजग सरकार से हटने के तेलुगू देशम पार्टी के फैसले पर‘पुनर्विचार’करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध को ठुकरा दिया था. सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि चीजें काफी आगे बढ़ चुकी हैं. अब वापस लौटने का वक्त नहीं है. प्रधानमंत्री ने नायडू से दिल्ली आकर व्यक्तिगत बातचीत करने को भी कहा लेकिन नायडू ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया.
हालांकि, टीडीपी के मंत्री रहे अशोक गजपति राजू ने पत्रकारों से कहा था कि टीडीपी एनडीए में बना रहेगा. संबंधों को लेकर कोई भी फैसला चंद्रबाबू नायडू करेंगे. टीडीपी के पास लोकसभा में 16 सांसद हैं और राज्यसभा में चार सांसद हैं. चूंकि बीजेपी बड़ी मुश्किल से अब पूर्ण बहुमत वाला स्टेटस बरकरार रख पाई है लिहाज़ा उसके लिए टीडीपी का समर्थन बेदह महत्वपूर्ण है.