कबीरधाम. स्कूल और छात्रावासों में इन‌ दिनों कई चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं. जहां एक ओर शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की बात हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर आलम ये है कि कहीं स्कूलों में कुछ शिक्षक नदारद रहते हैं, तो कहीं शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंचने लगे हैं.

ऐसा ही एक मामला पंडरिया विकासखण्ड के ग्राम किशुनगढ़ से आया है. जहां ग्रामीणों ने शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के हेडमास्टर एमएल सोनवानी और शिक्षक एम‌एस श्याम पर शराब पीकर स्कूल आने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों के मुताबिक प्राचार्य एमएल सोनवानी और शिक्षक एमएस श्याम हर रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं. इतना ही नहीं बच्चों ने बताया कि शराब पीने के लिए स्कूली बच्चों से पीकनीक ने बहाने पैसे मांगे और उस पैसे शराब पी गए. इसके साथ ही बच्चों से ही काम करवाया जाता है. बच्चों ने बताया कि खाना भी स्कूल में मेनू के अनुसार नहीं मिलता.

झांकने नहीं आते जिम्मेदार- ग्रामीण

ग्रामीण कई बार सोनवानी और शिक्षक श्याम को शराब पीकर स्कूल ना आने की समझाइश दे चुके हैं. ग्रामीण बताते हैं कि नशे की हालत में बेसुध शिक्षक को‌ एंबुलेंस से भिजवाना पड़ा था. इसके बाद भी रोज शराब पीकर स्कूल पहुंचते हैं. इससे स्कूली बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग भी इस पर ध्यान नहीं देता. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी तो कभी स्कूलों में झांकने भी नहीं जाते. अब सवाल ये है कि जब शिक्षक ही ऐसा होगा तो बच्चों के भविष्य का क्या होगा?

अब तक शिकायत तो नहीं मिली- डीईओ

वहीं इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस स्कूल में 6 टीचर हैं. 10 तारीख को बीईओ ने वहां दौरा किया था. इस दौरान कुछ विसंगतियां तो मिली थीं. दो शिक्षक स्कूल से नदारद थे. जिसे शो कॉज नोटिस जारी किया गया था. वहीं डीईओ ने कहा कि शराब पीकर स्कूल आने की शिकायत अब तक मिली नहीं है. लेकिन बीईओ को जांच करने के लिए कहा गया है. यदि इस तरह का मामला सामने आता है तो फिर उस पर आगे कार्रवाई की जाएगी.