सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं. सोमवार को बड़ी संख्या में चयनिक शिक्षक मंत्रालय का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने बीच रास्ते में ही उन्हें खदेड़ दिया. उसके बाद थाने से वापस बूढ़ातालाब धरना स्थल पर छोड़ दिया. डीएड बीएड संघ के अध्यक्ष दाउद खान से सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था और भ्रष्टाचार के कारण 3 साल बाद भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई.

बीएड बीएड संघ के प्रदेश अध्यक्ष दाउद खान ने बताया कि शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है. अधिकारी से लेकर मंत्री तक से गुहार लगाई गई, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई. इसलिए आज शिक्षा विभाग समेत मंत्रालय का घेराव करने पहुंचे थे. पुलिस ने हमें बर्बरता पूर्वक खदेड़ दिया. पहले थाने में बैठाया, फिर धरना स्थल बूढ़ातालाब में छोड़ दिया. इस तरह हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है.

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उन्होंने कहा कि 14 हजार 580 शिक्षक भर्ती का मामला अब बीरबल की खिचड़ी जैसा हो गया है. विभागीय लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण मामला कोर्ट में गया. कोर्ट के आदेश के 3 साल बाद भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. आलम यह है कि महज साढ़े 6 हजार शिक्षकों को नियुक्ति दी गई है, बाकी 8 हजार से ज्यादा चयनित शिक्षक अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं.

दाउद खान ने शिक्षा विभाग के कार्यों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भर्ती प्रक्रिया में इतनी गड़बड़ियां है. जिसकी वजह से जो टॉपर है, वो बेरोज़गार हैं. उनके नीचे वाले लोग नौकरी कर रहे हैं.

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