नई दिल्ली। दिल्ली में अब किसी भी वक्त नगर निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है. इसके ठीक पहले निगम के टीचरों ने वेतन नहीं मिलने को लेकर निगम के खिलाफ ही धरना शुरू कर दिया है. टीचरों का आरोप है कि बीते 4 महीने से उनको वेतन नहीं मिला है, जिससे उन्हें घर चलाने में मुश्किल हो रही है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम में करीब 5 हजार टीचर्स हैं, जो पूर्वी निगम के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे. शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह खत्री ने बताया कि करीब 5 हजार शिक्षकों के पिछले 4 महीने का वेतन बकाया है, जबकि उत्तरी निगम में 2 महीने और दक्षिणी नगर नगम में 15 दिन देरी से सैलरी दी जा रही है.

केजरीवाल सरकार ने किया ‘वसंत उत्सव’ का आयोजन, उपमुख्यमंत्री ने कहा- ‘जीवन को दोबारा पटरी पर लाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों की जरूरत’

 

शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह खत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार से निगम को जो पैसा मिला, उसे निगम ने कहीं और इस्तेमाल कर लिया. निगम प्रशासन से बातचीत का रास्ता भी तभी खुल सकेगा, जब वह वेतन देंगे. निगम चुनाव का क्या करेंगे ? घर में हमारे राशन नहीं है, चुनाव में भी ड्यूटी हम सब शिक्षकों को देनी है. 4 महीने किसी व्यक्ति का वेतन न मिले, उसे घर चलाने के लिए कैसे कह सकते हैं ?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, BBMB मामले पर कैबिनेट बैठक बुलाने की भी तैयारी

 

इस प्रदर्शन में उत्तरी निगम के भी शिक्षकों के शामिल होने की उम्मीद लगाई जा रही है. शिक्षकों के वेतन के साथ ही लाखों रुपए के एरियर भी फंसे हुए हैं, जिसे निगम अभी तक नहीं दे सकी है. दिल्ली में एमसीडी चुनाव से पहले टीचर्स की सैलरी का मुद्दा बड़ा बनकर उभर सकता है. आम आदमी पार्टी और भाजपा बकाया फंड को लेकर हमेशा से ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती आ रही है. ऐसे में वेतन का मुद्दा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आ सकता है.