रोहित कश्यप,मुंगेली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर नगर पंचायत सरगांव में सत्र 2023-24 में स्वामी आत्मनन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने के साथ ही सेटअप में भर्ती, भवन निर्माण, बच्चों की भर्ती सहित अन्य जरूरी तैयारी जिला प्रशासन मुंगेली द्वारा किया जा रहा है. इस बीच शिक्षा विभाग मुंगेली द्वारा परिवीक्षा अवधि में कार्यरत व्याख्याता को शाला का प्रभार देने के बाद विवाद खड़ा हो गया है.

स्कूल के शिक्षक एवं अन्य स्टॉफ ने आज प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष शिकायतों का पुलिंदा सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. इधर इस पूरे घटनाक्रम की सूचना कलेक्टर को देकर कहा गया है कि शिक्षा विभाग द्वारा उनकी समस्या का निराकरण नहीं होने पर 22 जून से शाला का बहिष्कार करते हुए सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे. इस घटना क्रम के सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

ये हैं शिकायत के बिंदु

शिकायत में कहा गया है कि प्रभारी प्राचार्य के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों व शाला स्टाफ से दुर्व्यवहार किया जा रहा है एवं खुद पर राजनैतिक संरक्षण का दावा किया जा रहा है. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि शाला की पूर्व की संपत्ति एवं दस्तावेज जो कि 1980 के पूर्व के दशक का रिकार्ड एवं फर्नीचर खुले मैदान में पड़ी है, प्राचार्य सेजेस हूँ कहकर मेरा ही आदेश चलेगा ये कहकर वरिष्ठ शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है.

शिकायतकर्ताओं ने शिकायत में बताया कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार प्रत्येक बुधवार को छत्तीसगढ़ी राज्य भाषा का प्रयोग करने कहा गया है किन्तु प्राचार्य द्वारा शिक्षकों को बोलने एवं बात करने पर अनपढ़ कहा गया और उनके द्वारा कामचोर निकम्मा कहा जा रहा है. बालक शाला के प्राचार्य को सेजेस के प्रभारी प्राचार्य द्वारा जो कि अभी परिविक्षा अवधि में है उनके द्वारा प्राचार्य कक्ष के बाहर निकाल दिया गया है. स्वामी आत्मनन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल सरगांव की प्रभारी प्राचार्य द्वारा शाला में पढ़ने वाले बच्चों के उपयोग के लिए शासन द्वारा भेजे गए टेबल कुर्सी को बिना एसएमसी की बैठक, बिना उच्चाधिकारियों की सहमति के बेच दिया गया है. इस तरह स्कूल शिक्षा विभाग मुंगेली द्वारा संचालित सभी आत्मनन्द स्कूल में कुछ न कुछ समस्या बरकरार है.