स्पोर्ट्स डेस्क। मौजूदा समय में टीम इंडिया में तेज गेंदबाजों की भरमार है, टीम इंडिया के पास ऐसी तेज गेंदबाजी अटैक है जिसका सामना दुनिया की कोई भी बल्लेबाजी ऑर्डर नहीं करना चाहता, और टीम इंडिया अगर देश विदेश में सफल हो रही है तो उसकी एक वजह ये भी है. मौजूदा दौर में टीम इंडिया में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, ये ऐसे सीनियर तेज गेंदबाज हैं जो लगातार बेहतर गेंदबाजी कर रहे हैं, और सधी गेंदबाजी कर रहे हैं और टीम को सफलता भी दिला रहे हैं.

इस गेंदबाजी अटैक को तैयार करने में टीम इंडिया के मौजूदा गेंदबाजी कोच भरत अरुण का रोल भी अहम माना जाता है, और उन्होंने इस गेंदबाजी अटैक को कैसे तैयार किया, कैसे इतना शार्प बनाया उसके बारे में उन्होंने खुद खुलासा किया है. टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण एक इंटरव्यू में कहते हैं वर्कलोड मैनेजमेंट भारतीय तेज गेंदबाजों की सफलता की वजह है, उन्होंने बताया कि कैसे मैदान पर मूवमेंट खिलाड़ी के वर्कलोड को समझने में सहायक होता है.

भरत अरुण कहते हैं जब हम वर्कलोड मैनेजमेंट की बात करते हैं, तो हमें ये देखना होता है कि एक गेंदबाज को कितने ओवर फेंकने हैं लेकिन जब एक गेंदबाज खुद को ओवर एक्सपर्ट बना लेता है तो उस पर कंट्रोल आसान नहीं होता है, इसलिए हम गेंदबाज के मैदान पर मूवमेंट को मॉनिटर करने के लिए जीपीएस ट्रेकर का इस्तेमाल करते हैं.

इस ट्रेकर के बारे में भरत अरुण ने बताया कि मैदान पर अगर एक गेंदबाज 20 किलोमीटर चलता है, ट्रेकर हमें गेंदबाज से जुड़ा डाटा देता है, इस डाटा का विश्लेषण करने पर ट्रेनिक सेशन में वर्क लोड को जान सकते हैं, मूल रूप से आपको सही संतुलन बिठाना होता है, भारतीय गेंदबाज ऐसा करने में सफल रहे हैं, यही वजह है कि हम गेंदबाजी यूनिट के रूप में सफल रहे हैं, हमारे तेज गेंदबाज अब 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी कर सकते हैं.