सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ में तृतीय लिंग समुदाय को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने की दिशा में समाज कल्याण विभाग लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में 10 फरवरी को समाज कल्याण विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।

समाज कल्याण विभाग अधिकारी भूपेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि विभाग के द्वारा रायपुर कलेक्टर की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मितवा समिति के सदस्य व मितवा वर्कर को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। दिल्ली से हमने ‘छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की सचिव रवीना बरीहा को बुलाया है। जो भारत सरकार में काम कर रही है, उसी भारत सरकार में जो भी एमेडमेंट हुए है उससे यहां के लोगों को जानकारी मिल सके।

इस वर्कशॉप में तृतीय लिंग समुदाय से जुड़े हुए लोगों को भारत सरकार के राजपत्र में क्या अधिकार दिए है, सरकार के समस्त विभागों में तृतीय लिंग समुदाय को किस तरह से लाभ दे सकते है. उस पर चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम में गवर्नमेंट ऑफिसर शामिल होंगे। उसमें तृतीय लिंग समुदाय के लोगों को किसी भी विभाग में भर्तियां भी प्राथमिकता से मिल सके इस पर खास चर्चा होगी।

इस वर्कशॉप को लेकर ट्रांसजेंडर बोर्ड की सदस्य विद्या राजपूत ने बताया कि ट्रांसजेंडर अधिनियम के बारें में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाएगा। ये कार्यशाला जिले के विभिन्न विभागों के अलग अलग अधिकारियों के साथ रखी गई है। भारत सरकार ने ट्रांस जेंडरों के लिए कानून भी बनाए है जिसमें आईडेंटीटी को लेकर बात कही गई है। सोशल प्रोटेक्शन व नेशनल काउंसिल की बात कही गई है।

ट्रांसजेंडरों के साथ भेदभाव और हिंसा को रोकने के लिए अलग से सजा का प्रावधान भी है। इस कानून के लोगों को जागरूक किया जाएगा। कि इस कानून के क्रियान्वयन के लिए किस प्रकार से विभागों को काम करना है, उस पर भी चर्चा होगी।

इस तरह के कार्यक्रमों से ट्रांसजेंडरों का मनोबल बढ़ा है ये समाज के सामने आ रहे है, जो समाज केवल नाचने गाने तक सीमित था, जो सिर्फ दान पाकर जीवन यापन कर रहे थे। अब वे पुलिस में भी भर्ती हो रहे है। राज्यभर से 19 ट्रांसजेंडर पुलिस भर्ती के लिए सामने आए है। जिससे एक बड़ा बदलाव हुआ है।