कुंदन कुमार/पटना। भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा की दिल्ली में हुई मुलाकात ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस मुलाकात के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक दल इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस बीच जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का भी बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने पवन सिंह को जमकर आड़े हाथों लिया है। तेज प्रताप यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा पवन सिंह पहले भी लखनऊ में मेरे पैर पर गिरे थे। अब फिर किसी और के पैर में गिर रहे हैं। ये आदमी लगातार किसी न किसी के सामने झुकते रहते हैं। ना तो इनके पास स्थिर सोच है, ना ही विवेक।
राजनीति में आकर उलझना नहीं चाहिए
तेज प्रताप ने पवन सिंह की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उन्हें अभिनय की दुनिया में रहना चाहिए था। उन्हें अपनी कला से लोगों का मनोरंजन करना चाहिए न कि राजनीति में आकर उलझना चाहिए। यह काम उनके बस का नहीं है तेज प्रताप ने तीखे अंदाज में कहा।
पवन सिंह को अपनी दिशा तय करनी चाहिए
तेज प्रताप ने दो टूक कहा कि पवन सिंह आज किसके साथ हैं और कल किसके साथ होंगे, यह किसी को नहीं पता। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पवन सिंह को अभी तक खुद ही यह समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करना चाहते हैं। राजनीति कोई मंच नहीं है जहां बार-बार किरदार बदला जाए।
छठ पूजा पर दिया भावुक बयान
इसी दौरान छठ पूजा को लेकर चल रही यूनेस्को मान्यता की पहल पर भी तेज प्रताप ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा छठ बिहार का सबसे पवित्र पर्व है। हमारी मां भी इसे पूरी श्रद्धा से करती थीं। लेकिन अब स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से वह व्रत नहीं रख पा रही हैं। अगर किसी ने इस पर्व को वैश्विक मंच पर ले जाने की कोशिश की है तो वह सराहनीय है। तेज प्रताप ने कहा कि छठ केवल एक पर्व नहीं बल्कि आस्था और संस्कृति की पहचान है। यह पर्व न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की शान है।
राजनीति में पवन सिंह की एंट्री पर बढ़ते सवाल
पवन सिंह की राजनीतिक गतिविधियों ने यह संकेत दे दिया है कि वे आने वाले चुनावों में अहम भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन उनके राजनीतिक रुख को लेकर संशय बना हुआ है। पहले भाजपा, फिर विपक्षी दलों से नज़दीकियां और अब उपेंद्र कुशवाहा के साथ उनकी तस्वीर ने तमाम कयासों को जन्म दे दिया है। तेज प्रताप यादव का बयान इसी पृष्ठभूमि में आया है जहां उन्होंने पवन सिंह की नीयत और निष्ठा दोनों पर सवाल खड़े किए हैं। अब देखना यह है कि पवन सिंह इस प्रतिक्रिया का जवाब किस अंदाज में देते हैं।
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