Criminal Bill: गंभीर आपराधिक आरोपों में फंसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को हटाने संबंधी विधेयक पर RJD नेता तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, यह लोगों को ब्लैक मेल करने का एक नया तरीका है। यह कानून केवल नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को डराने के लिए लाया जा रहा है। इन लोगों का यही काम है।

तेजस्वी ने कहा कि, पहले भी कई मुख्यमंत्रियों को जेल में रखा गया, लेकिन सब बरी हो गए, जैसे हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल।यह कानून लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए लाया जा रहा है।

RJD नेता मनोज झा का बयान

वहीं, इस मामले पर RJD नेता मनोज झा ने कहा कि, अभियुक्त और दोषी का फर्क मिट गया है। ED के बारे में सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी थी कि आप राजनीति का हिस्सा बन रहे हैं। मुझे लगता है कि यह एक तरीका है कि जहां आप चुनाव नहीं जीत सकते हैं, वहां आप अस्थिर कर दीजिए।

जानें प्रशांत किशोर ने क्या कहा?

हालांकि इस मुद्द पर जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर अलग राय रखते हैं। पूर्णिया में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, संविधान बनाते समय शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि सत्ता में बैठे लोग इतने भ्रष्ट हो जाएंगे कि जेल तक जाना पड़ेगा। ऐसे में यह बिल बिल्कुल सही है। अगर आप जेल जा रहे हैं, तो वहां से सत्ता नहीं चला सकते।

PK ने कहा कि लोकतंत्र का असली आधार जनता का विश्वास और प्रतिनिधि की साफ-सुथरी छवि है। अगर किसी नेता पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं और अदालत की प्रक्रिया में उसे जेल जाना पड़ता है, तो उसका सत्ता में बने रहना लोकतंत्र और शासन दोनों की विश्वसनीयता पर चोट करता है।

मौजूदा राजनीति पर कसा तंज

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, संविधान निर्माताओं ने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि सत्ता की कुर्सी पर बैठे लोग घोटाले और अपराध में लिप्त पाए जाएंगे। अब जब हालात बदल गए हैं, तो संसद को भी ठोस कदम उठाने होंगे। जन सुराज प्रमुख ने कहा कि, भ्रष्टाचार और अपराधमुक्त राजनीति ही असली सुधार है। उनके मुताबिक, अगर यह बिल ईमानदारी से लागू किया गया, तो यह राजनीति की दिशा बदल सकता है और जनता का भरोसा फिर से कायम कर सकता है।

ये भी पढ़ें- Bihar News: नीतीश के मंत्री ने राहुल गांधी को बताया ‘फ्यूज बल्ब’, तेजस्वी यादव के लिए कही ये बात

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें