पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विधानसभा चुनाव की वोट गिनती 14 तारीख को होगी और शपथ ग्रहण 18 तारीख को आयोजित किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि चुनावी माहौल और जनता के रुझान के जो फीडबैक उन्हें मिल रहे हैं, उनसे एनडीए के लोग हैरान हैं। तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि इस बार का मतदान सरकार बदलने के लिए हुआ है, न कि सरकार बचाने के लिए।
असलियत तोड़मरोड़ के पेश की
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने एग्जिट पोल और मीडिया रिपोर्टिंग पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा यह वही गोदी मीडिया है जिन्होंने सर्वे दिखाकर असलियत तोड़मरोड़ के पेश की। वे वही लोग हैं जिन्होंने पाकिस्तान के बड़े शहरों पर कब्जे जैसे सर्वे दिखाए और हमारे यहां घुसपैठियों का प्रचार किया। तेजस्वी ने एग्जिट पोल्स को संदिग्ध बताते हुए कहा कि सैंपल साइज और सर्वे के मानक के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि ये सर्वे किस आधार पर किए जा रहे हैं और उनके परिणामों का भरोसा क्यों किया जाए।
2020 की 29,500 वोटों की वृद्धि
तुलना में इस बार मतदान में बढ़ोतरी का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि इस बार 72 लाख अधिक मतदाताओं ने हिस्सा लिया। यदि 72 लाख वोटों को 243 विधानसभा सीटों में बांटा जाए तो प्रति विधानसभा लगभग 29,500 वोटों की वृद्धि होती है। उनका कहना था कि यह वोट नीतीश कुमार को बचाने के लिए नहीं, बल्कि सरकार बदलने के लिए पड़ा है। उन्होंने दावा किया कि केवल 16-17 प्रतिशत लोग ही नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते थे और जनता प्रशासन पर दबाव डालना जानती है।
क्या बोले तेजस्वी यादव
सर्वे और काउंटिंग प्रक्रिया को लेकर तेजस्वी ने गंभीर आरोप लगाए कि काउंटिंग को धीमा किया जा सकता है और हिंसक घटनाओं के जरिये दहशत फैलाने के प्रयास हो सकते हैं। उन्होंने कहा काउंटिंग को स्लो किया जाएगा। दहशत जिला हेडक्वार्टर में पैदा किया जाएगा। जहां बम ब्लास्ट होगा, वहां कार्रवाई नहीं होगी, पर मिलिट्री से फ्लैग मार्च करवा कर लोगों के बीच दहशत पैदा की जाएगी। इन टिप्पणियों के साथ तेजस्वी ने यह भी पुख्ता किया कि उनकी पार्टी काउंटिंग में बेईमानी नहीं होने देगी और लोग सशक्त होकर उपस्थित रहेंगे।
14 तारीख को आएगा रिजल्ट
तेजस्वी ने मीडिया के दावों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि कुछ चैनलों ने तथ्यों को बिगाड़कर दिखाया, और यहां तक कि कुछ एग्जिट पोल में हास्यास्पद गलतियां भी रही। उन्होंने कहा कि 18 तारीख को उनकी पार्टी शपथ ग्रहण कर सरकार बनाएगी और ‘कलम राज’ स्थापित होगा। तेजस्वी ने यह भी संकेत दिया कि महागठबंधन इस बार भारी बहुमत से सत्ता में आएगा और इसके लिए उनके लोग कुर्बानी देने को तैयार हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी ने बार-बार यह दोहराया कि बिहार लोकतंत्र की जननी है और वे लोकतंत्र की रक्षा के लिए सजग रहेंगे। उनके तीखे रुख ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। अब 14 और 18 तारीख के बीच होने वाली घटनाओं और घोषणाओं पर सभी दलों की नजरें टिकी हुई हैं।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

