पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री की ‘अचेत अवस्था’ का आरोप लगाते हुए राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की तबीयत इतनी खराब है कि उन्हें राज्य में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी नहीं होती। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार की चपेट में है, जो ब्लॉक स्तर से लेकर मंत्रालय और मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच चुका है।

भ्रष्टाचार चरम पर

तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के नाक के नीचे भ्रष्टाचार चरम पर है और कोई भी अधिकारी जवाबदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और रिश्वत इतनी व्यापक हो चुकी है कि राज्य में अकाउंटेबिलिटी (जवाबदेही) नाम की कोई चीज नहीं बची है। उन्होंने कहा कि राज्य में रिटायर्ड अधिकारी शासन चला रहे हैं, जबकि जनता के जनप्रतिनिधियों की सुनवाई तक नहीं होती।

रिश्वत और चढ़ावा देना आम बात

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार में कुछ खास लोग ही पोस्टिंग और ट्रांसफर के फैसले लेते हैं, जिनके लिए रिश्वत और चढ़ावा देना आम बात है। तेजस्वी यादव ने डीके बोस के परिवार को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि डीके बोस की पत्नी को महिला आयोग में सदस्य बनाया गया है, जबकि बिहार में और भी योग्य शिक्षित लोग हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डीके बोस की पत्नी ने अपने पति का नाम छुपाकर अपने पिता का नाम लिखा, जो संदिग्धता पैदा करता है।

तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति और प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार और कमजोर कानून-व्यवस्था की समस्या पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई करने और स्थिति सुधारने की मांग की है।