Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार और पारिवारिक कलह को लेकर लालू परिवार सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच कल तेजस्वी यादव के पोलो रोड स्थित आवास पर राजद की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में राजद सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पहुंचे थे।
नेता प्रतिपक्ष पद से लेने से किया इंकार
इस बैठक में तेजस्वी यादव को राजद का नेता विधायक दल चुना गया। हालांकि खबरों के अनुसार शुरू में तेजस्वी ने इस पद को लेने से इंकार कर दिया और कहा कि, आप लोगों का जो निर्णय होगा उसे हम स्वीकार करेंगे। हालांकि लालू यादव और अन्य विधायकों के कहने पर वह इस पद के लिए राजी हो गए।
सबको निकाल दूंगा तो रहेगा कौन?
बैठक में तेजस्वी यादव काफी भावुक नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि, सब कहता है, इसको निकाल दो उसको निकाल दो, सबको निकाल देंगे तो रहेगा कौन? गौरतलब है कि बीते दिनों रोहिणी आचार्य ने पार्टी और परिवार से नाता तोड़ने की बात कहते हुए कई सारे आरोप लगाई थी। तेजस्वी का इशारा उसी पर था।
जानें क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि बिहार चुनाव में मिली करारी हार को लेकर राबड़ी आवास में बीते शनिवार को रोहिणी और परिवार के अन्य सदस्यों में बहस हुआ था। इसके बाद वह घर छोड़कर दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। वहीं, शनिवार की रात ही रोहिणी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं… संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था… और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं। रोहिणी के इस ट्विट से ही परिवार की लड़ाई फिर से बाहर आ गई। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से बातचीत में भी यही बात दोहराई, जिसने लालू परिवार में फिर से भूचाल लाने का काम किया। इसके अलावा अन्य पोस्ट कर भी रोहिणी ने तेजस्वी और पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
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