Tejashwi Yadav: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा है कि, बिहार में इन दीनों आश्चर्य वाली चीज हो रही है. 2018 के बाद से देखा जा रहा है कि जो सबसे बड़े पद होते हैं, यानी मुख्य सचिव और डीजीपी का पद वह सिर्फ आर्नामेंटल पद रह गया है. ना डीजीपी की चल रही है ना मुख्य सचिव की. मुख्यमंत्री कहीं जाते हैं तो इन दोनों को बुलाते भी नहीं हैं. जो रिटायर्ड अधिकारी हैं वही लोग बिहार चलाने का काम कर रहे हैं.

‘बिहार में चल रहा टिक एंड टेक’

तेजस्वी यादव ने कहा कि, बिहार में अभी टिक एंड टेक चल रहा है. वसूली, अधिकारियों की हेरा फेरी इधर से उधर करना, आईएएस, आईपीएस जो काबिल अधिकारी हैं, जो परफॉरमर हैं 90% ऐसे अधिकारियों को सेंटिंग पर डाल दिया गया है. उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा है. अगर बात नहीं मानी जाती है तो तो उन पर कार्रवाई की जाती है. तो बिहार में नीतीश कुमार का राज नहीं चल रहा है, पूरी तरीके से वसूली हो रही है.

ईडी की कार्रवाई को लेकर कही ये बाद

वहीं, राजद विधायक आलोक मेहता के घर पर हुई ईडी की छापेमारी को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि, ईडी को हमारे यहां दफ्तर खोल लेना चाहिए. बीजेपी के पास अब कुछ बचा नहीं है. इसलिए इस तरह की छापेमारी बिहार के राजद नेताओं पर हो रही है.

तेजस्वी ने यह भी कहा कि, जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी तब जदयू के विधायक के यहां छापेमारी हुई थी. विजय चौधरी मंत्री हैं, उनके रिश्तेदार के यहां छापेमारी हुई. लेकिन, उन मामलों का क्या हुआ? अभी चुनाव का समय है इसलिए ऐसा होता रहेगा.

इंडिया गठबंधन को लेकर दी सफाई

तेजस्वी यादव ने इंडिया गठबंधन को लेकर भी सफाई दी है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि हमारे बयान का लोगों ने गलत मतलब निकाला है. मैंने यह दिल्ली के संदर्भ में कहा था. दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग चुनाव लड़ रही है, तो मैंने इसी संदर्भ में इंडिया अलायंस के लोकसभा चुनाव के लिए होने की बात कही थी. उसे गलत तरह से पेश किया गया.

उन्होंने कहा, बिहार में बिल्कुल हम लोग साथ हैं. आगे उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग चुनाव लड़ी. लेफ्ट केरल में अलग-अलग लड़ी लेकिन हम लोग बिहार में साथ हैं.

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