पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है। विपक्ष के नेता और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाने के बाद भाजपा समेत प्रशासनिक स्तर पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया
तेजस्वी यादव ने शनिवार को एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनका EPIC (वोटर पहचान पत्र) नंबर बदल दिया गया है। उन्होंने इसे “साजिश” बताते हुए कहा कि अगर एक पूर्व उपमुख्यमंत्री का नंबर बदल सकता है, तो आम लोगों का क्या हाल होगा। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि यह एक सोची-समझी योजना है, जिससे वोटरों के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह बूथवार डाटा सार्वजनिक करे—किसकी मृत्यु हुई, कौन दूसरे राज्य में गया, और EPIC नंबर किसका बदला गया। उन्होंने इसे “बड़ा फर्जीवाड़ा” बताया।
आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया
इस पर पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने तेजस्वी यादव के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। डीएम ने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव का नाम उसी बूथ पर है, जहां वह हमेशा से मतदान करते आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तेजस्वी द्वारा 2020 के नामांकन में जो EPIC नंबर दिया गया था, वह अब भी वैध है और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग को धमकाते हैं
वहीं भाजपा नेताओं ने भी तेजस्वी पर जमकर निशाना साधा। सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “तेजस्वी रोज़ दिल्ली में झूठ बोलते हैं और चुनाव आयोग को धमकाते हैं। क्या वो राहुल गांधी की राह पर चल पड़े हैं?” उन्होंने तेजस्वी पर देश की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया।
चुनाव नहीं जीत पाएंगे
भाजपा नेता शाहनवाज़ हुसैन ने भी पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को इस बात का अंदाजा हो गया है कि वे चुनाव नहीं जीत पाएंगे, इसलिए भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने खुद स्पष्ट किया है कि तेजस्वी का नाम सूची में है।
“जैसे पिता, वैसे पुत्र”
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि “जैसे पिता, वैसे पुत्र”। उन्होंने कहा कि तेजस्वी झूठ बोलने की ठेकेदारी लिए घूम रहे हैं। संविधान की बात करते हैं, लेकिन संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करते हैं। उन्होंने ऐसे बयानों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
सियासी तापमान और बढ़ा
तेजस्वी यादव के इस बयान से जहां विपक्ष चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहा है, वहीं भाजपा और प्रशासन इसे झूठा और भ्रामक बताकर खारिज कर रहे हैं। विधानसभा चुनावों से पहले यह बयानबाज़ी सियासी तापमान को और बढ़ा रही है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें