Tejashwi Yadav attacks CM Nitish: सीएम नीतीश कुमार पहले 15 दिसंबर को महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले थे. हालांकि उन्होंने अपनी यात्रा को टालते हुए नई तारीख का ऐलान किया है. अब सीएम 23 दिसंबर को पश्चिम चंपारण से यात्रा की शुरुआत करेंगे, जो 28 दिसंबर तक चलेगी, जिसे प्रगति यात्रा के नाम से जाना जाएगा. महिला संवाद यात्रा की जगह यात्रा का नाम प्रगति यात्रा करने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने करारा निशाना साधा है.

तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर उठाए सवाल

तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी आदत, चरित्र, चाल-चलन एवं चंचलता के चलते एक पखवाड़े में एक ही यात्रा का कई बार नाम बदल चुके है. पहले महिला संवाद, फिर समाज सुधार और अब प्रगति यात्रा. यह दर्शाता है कि वो मानसिक रूप से कितने अशांत व अस्थिर हो चुके हैं.

कितनी समस्याओं का हुआ समाधान

तेजस्वी ने यात्रा पर निकलने से पहले मुख्यमंत्री से कुल दस सवाल पूछे. उन्होंने पोस्ट के माध्यम से पूछा कि, 2023 में समाधान यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गयी कितनी समस्याओं का समाधान उनके द्वारा अभी तक किया गया है? समाधान यात्रा में दर्ज की गयी कितनी समस्याएँ अभी भी उनके आश्वासन व निर्देश के बावजूद यथावत है? क्या उन समस्याओं के यथावत रहने के दोषी वो नहीं है? मुख्यमंत्री के जनता दरबार में नागरिकों द्वारा की गयी जन शिकायतों का निवारण अभी तक क्यों नहीं हुआ है?

सुननी है अधिकारियों की ही बातें

तेजस्वी यादव ने आगे पूछा कि, जनप्रतिनिधियों के जन सरोकारों/शिकायतों/जन समस्याओं को दरकिनार कर इन्होंने आख़िर में चंद अधिकारियों की ही बातें सुननी है तथा अपनी ही रटी-रटाई, घिसी-पीटी बातें सुनानी है तो एकालाप से परिपूर्ण इस यात्रा का फायदा क्या? जब जनता से संवाद करना ही नहीं तो उड़न खटोले से यात्रा कर अधिकारियों संग चाय-पानी में अरबों रुपए खर्च क्यों कर रहे है?

घर-घर मिल रही शराब को लेकर पूछा सवाल

नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि, क्या किसी संवाद में गरीब राज्य का 𝟐𝟐𝟓,𝟕𝟖𝟎𝟎𝟎𝟎𝟎₹ अल्पाहार और सोशल मीडिया के प्रचार में खर्च करना जायज़ है? क्या यह यात्रा अधिकारियों को लूट की छूट यात्रा नहीं है? क्या इस यात्रा में वो घर-घर मिल रही शराब, शराबबंदी में पुलिस की मिलीभगत तथा शराबबंदी की विफलता की प्रगति की समीक्षा करेंगे?

तेजस्वी ने कहा कि, क्या यह टायर्ड मुख्यमंत्री और रिटायर्ड अधिकारी द्वारा जिलास्तरीय अधिकारियों को तबादले की चेतावनी एवं धमकी देकर उगाही करने संबंधित यात्रा नहीं है? क्या यह मुख्यमंत्री की थानों और ब्लॉक में व्याप्त भ्रष्टाचार की प्रगति को गति देने की यात्रा है?

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