बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने साइबर क्राइम सेल की मदद से अंतर्राज्यीय एटीएम ठग गिरोह को गिरफ्तार किया है. आरोपी झारखंड और हरियाणा के रहने वाले हैं. और कई लोगों से एटीएम कार्ड के नाम पर ठगी कर चुके हैं.
दरअसल बिलासपुर के निवासी प्रार्थी सत्यनारायण देवांगन ने बताया कि उसे 15 सितंबर 2018 को अज्ञात नंबर से फोन आया. आरोपी ने खुद को एसबीआई इंदौर का कर्मचारी बताते हुए एटीएम कार्ड से संबंधित जानकारी मांगी और ओटीपी हासिल कर लगभग ढाई लाख रूपये की आनलाइन ठगी की. प्रार्थी ने ठगी का एहसास होने पर बिलासपुर पुलिस को इसकी जानकारी दी.
पुलिस ने इसे संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल की मदद से पहले तो 50 हजार का ट्रांजेक्शन रूकवाया. अग्रिम जांच के लिए थाना सिटी कोतवाली में प्रार्थी द्वारा सूचना पत्र क्रमांक 408/18 धारा 420 पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया. विवेचना से साइबर सेल को पता चला कि अॉनलाइन ठगी हरियाणा के गोहाना सोनीपत के द्वारा की गई. पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी का संबंध बिहार झारखंड के लोगों से भी है और ये सभी अॉनलाइन ठगी का काम करते हैं.
पकड़े गए आरोपी ने बताया कि उसका संबंध झारखंड के महबूब आलम से है जो लोगों से इसी तरह एटीएम की जानकारी लेकर ठगी करता है. पुलिस आरोपी को पकड़ने झारखंड रवाना हुई लेकिन फरार आरोपी के ढूंढने में नाकाम रही. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने ठगी के पैसों से आलीशान घर भी बनवाया है. वहीं पुलिस ने आरोपी के घर से मानव अधिकार आयोग का फर्जी आईकार्ड और सर्टिफिकेट भी बरामद किए हैं.
पुलिस के मुताबिक आरोपी महबूब लगभग 10 साल से अॉनलाइन ठगी के क्षेत्र में सक्रिय है. वह खुद को भाजपा अल्पसंख्यक प्रखंड मिडिया प्रभारी और अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संघ का वाईस प्रेसिडेंट बताता है. वहीं पुलिस ने बताया कि फरार चल रहे आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.