बहराइच. हरदी थाना क्षेत्र के महसी महाराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ बवाल तुल पकड़ता जा रहा है. क्षेत्र में तनाव का माहौल है. सीएम भी इस मामले को लेकर लगातार बैठक कर रहे हैं. वहीं इसमा मामले में 6 नामजद लोगों समेत 10 लोगों पर अपराध दर्ज किया गया है. वहीं 30 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. इसी बीच एक वीडिया सामने आया है. जिसमें स्थिति को संभालने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रिल्वार लेकर सड़क पर उतर गए हैं.
इस हिंसा में मारे गए गोपाल मिश्रा का शव कड़ी सुरक्षा के बीच परिजनों को सौंपा गया. शव घर आते ही लोग आक्रोशित हो गए. लोगों ने हिंसा करने वालों को पकड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. हजारों की भीड़ शव को चारपाई पर रखकर तहसील की ओर निकल पड़ी. भीड़ के पीछे फोर्स भी थी. लेकिन पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई.
यहां स्थिति ऐसी है कि एसटीएफ चीफ अमिताभ यश खुद पिस्टल लेकर मोर्चा संभाल रहे हैं. लेकिन भीड़ है कि पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल, ये पूरा मामला डीजे को लेकर शुरु हुआ. जहां डीजे की आवाज को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे. बात बढ़ते हुए फायरिंग तक पहुंच गई. जिसमें एक 22 साल के राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की मौत भी हो गई. वहीं इस मामले में एसपी वृंदा शुक्ला ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को सस्पेंड कर दिया है.
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एक्शन में सीएम योगी
इधर, मुख्यमंत्री योगी भी हिंसा को लेकर एक्शन में हैं. उन्होंने मामले को लेकर आला अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात की जानकारी ली. सीएम ने अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर लखनऊ से सीनियर अफसर बहराइच सकते हैं.
जनता की सुरक्षा और समय पर प्रतिमा विसर्जन सुनिश्चित करें- सीएम
मुख्यमंत्री योगी ने बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करें. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रतिमा विसर्जन का कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहना चाहिए और धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराया जाए. सीएम ने जनता को सुरक्षा की गारंटी देते हुए प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल पर मौजदूगी सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं. सीएम ने यह भी कहा कि जिनकी लापरवाही से इस प्रकार की घटना घटित हुई, उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
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इंटरनेट सेवा बंद
इस पूरे मामले में पुलिस ने 6 नामजद समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. जबकि 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. इलाके में तनाव को देखते हुए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. उपद्रवियों ने इस दौरान एक अस्पताल में भी आग लगा दी. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई.
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