कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। जिले में वन माफियाओं का आतंक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। घाटीगांव इलाके में पत्थर माफिया ने वन अमले पर हमला कर अपने एक साथी को छुड़ा लिया। माफिया के हमले में वन कर्मचारी घायल भी हो गए हैं। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक माफिया के गुर्गे भाग चुके थे। वहीं इस मामले में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह पटेल ने कड़ी प्रतिक्रिया जारी की है।

जानकारी के अनुसार वन अमले को सोनचिरैया अभ्यारण में अवैध खनन की खबर मिली थी। जिस पर वन रक्षक महेश चौहान वन अमले के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर कुछ लोग ट्रैक्टर ट्राली में पत्थर भर रहे थे। वन अमले को देखते ही लोग भागने लगे। वन अमले ने मशक्कत कर एक आरोपी को ट्रैक्टर ट्राली सहित पकड़ लिया। जबकि अन्य लोग भाग निकले। वन अमले ने आरोपी के पास से पत्थर से भरी ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर लिया। पकड़ा गया रामनाथ गुर्जर जदीराई गांव का निवासी था। वन अमला जब आरोपी रामनाथ को लेकर वापस लौट रहा था तो आरोपी के साथियों ने वन अमले पर अचानक हमला कर दिया।

माफिया ने फायरिंग भी की। अचानक हुए हमले के कारण वन अमले की जान पर बन आई और वह खुद को बचाने के लिए वहां से भागे। इसके बाद हमलावर माफिया वन विभाग के वाहन को क्षतिग्रस्त कर पत्थरों से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली और अपने साथी को छुड़ा ले गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने सर्चिंग की, लेकिन माफिया के गुर्गे नहीं मिले। पुलिस ने रामनाथ सिंह गुर्जर और उसके तीन अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह पटेल का कहना है कि जब-जब बीजेपी की सरकार बनती है, तब तब सरकार में माफिया का राज स्थापित हो जाता है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार के नेता, मंत्री और शासकीय अधिकारी खुलेआम सरकारी संपत्ति जिनमें रेत, पत्थर, काली गिट्टी को लूटने का काम करते हैं। जो लोग इमानदारी से ड्यूटी करते हैं, इसे रोकने के काम करते है, उन पर हमला होता है।यह हमला भी इन नेता, मंत्री और भ्रष्ट शासकीय अधिकारियों की शह पर होता है।

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