नई दिल्ली। फिल्म जगत का सुप्रसिद्ध दादा साहेब फाल्के अवार्ड साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत को दिया गया है. इस बात की घोषणा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार की.

प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें खुशी है कि देश के सभी भागों से फिल्मकार, अभिनेता, अभिनेत्री, गायक, संगीतकार सभी लोगों को समय समय पर दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिला है. आज इस साल का दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड महान नायक रजनीकांत को घोषित करते हुए हमें बहुत खुशी है. रजनीकांत बीते 5 दशक से सिनेमा की दुनिया पर राज कर रहे हैं, और लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं. यही कारण है कि इस बार दादा साहेब फाल्के की ज्यूरी ने रजनीकांत को ये अवॉर्ड देने का फैसला लिया गया है.

इस साल ये सिलेक्शन ज्यूरी ने किया है. इस ज्यूरी में आशा भोंसले, मोहनलाल, विश्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई इन पांचों की ज्यूरी ने बैठक कर एक राय सेमहानायक रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड देने की सिफारिश की.

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प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि रजनीकांत ने अपनी प्रतिभा, मेहनत और लगन से ये स्थान लोगों के दिल में जमा लिया है. ये उनका सही गौरव है. दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि दादा साहेब फाल्के ने पहला सिनेमा 1913 में राजा हरिशच्रंद बनाया था. तो उस राजा हरिशचंद्र सिनेमा के बाद ये पहले चित्रपट महर्षि कहलाने लगे और दादा साहेब फाल्के की मृत्यु के बाद ये अवॉर्ड उनके नाम से रखा गया और आजतक 50 बार ये अवॉर्ड दिया गया है.

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