रायपुर. आज सुबह लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने सीआरपीएफ जवान मनोज तोमर को इंसाफ दिलाने की मुहिम शुरु की. हमने सोशल मीडिया पर मुहिम शुरु की कि नक्सलियों की 7 गोली सीने पर खाने वाले जवान मनोज तोमर किस कदर नरकीय जिंदगी सिर्फ चंद पैसों औऱ सरकारी मदद के अभाव में जी रहे हैं, उनको न्याय दिलाया जाय. हमने सोशल मीडिया पर लोगों से इस जवान की मदद करने की अपील भी की. हमारी अपील पर बेहद संवेदनशील औऱ सोशल मीडिया पर सक्रिय छत्तीसगढ़ काडर के सीनियर आईएएस आफिसर सोनमणि बोरा ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया.

(सीनियर आईएएस सोनमणि बोरा)
उन्होंने न सिर्फ सोशल मीडिया पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को जवान की हालत से अवगत कराया बल्कि उनसे जवान की मदद की अपील भी की. एक सीनियर आईएएस अफसर के मामला उठाने के बाद प्रशासन हरकत में आया औऱ सीआरपीएफ के डीजी से लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री तक शाम होते-होते जवान मनोज तोमर की मदद के लिए सामने आए.

(सीनियर आईएएस सोनमणि बोरा के वो ट्वीट जो जवान मनोज तोमर की मदद के लिए अधिकारियों को किए और जिनपर सीआरपीएफ का ये जवाब था)
शाम तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न सिर्फ मनोज को दस लाख की मदद देने की घोषणा कर दी बल्कि मुरैना कलेक्टर को निर्देशित भी किया कि जवान मनोज को पूरी तरह से मदद दी जाय. इसके बाद होम मिनिस्ट्री के सीनियर एडवाइजर व मशहूर चंदन तस्कर वीरप्पन को मार गिराने वाले आईपीएस अफसर के. विजय कुमार को भी सोनमणि बोरा ने मामले की पूरी जानकारी दी.

(सीनियर आईएएस सोनमणि बोरा का जवान मनोज तोमर को मदद के लिए अथारिटीज को किया गया ट्वीट)
ये उनके प्रयासों का ही असर था कि शाम होते-होते सीआरपीएफ से लेकर राज्य सरकार तक हरकत में आ चुकी थी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तो मनोज तोमर के भाई को सरकारी नौकरी तक देने का ऐलान कर दिया.
दरअसल ये सोशल मीडिया औऱ उसकी ताकत ही है कि एक जवान जो दर-दर की ठोकरें खा रहा था हमारी मुहिम के चलते अब बेहतर जिंदगी जीने की उम्मीद कर सकता है. हम हर उस शख्स के आभारी हैं जिसने हमारी मुहिम में साथ दिया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हों, मुरैना के कलेक्टर भाष्कर लक्षकार हों या फिर वो अनगिनत लोग जो जवान मनोज तोमर के लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं. लल्लूराम डॉट कॉम ने एक बार फिर एहसास करा दिया है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अगर अच्छी मंशा से किया जाय तो इसके नतीजे समाज में क्रांतिकारी हो सकते हैं. जवान मनोज तोमर को न्याय दिलाने की हमारी मुहिम जारी है. फिलहाल हम सबका शुक्रिया करते हैं, खासकर सोनमणि बोरा जैसे संवेदनशील अफसरों का, जो यकीन दिलाते हैं कि ब्यूरोक्रेट इस दुनिया को रहने लायक जगह बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करने को तैयार हैं. सबका शुक्रिया, सबका आभार, सच के लिए हमारी लड़ाई जारी है और जारी रहेगी.

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https://lalluram.com/this-crpf-jawan-forced-to-carry-intestine-in-polythene-bag-after-surviving-naxal-attack/