नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद शशि थरूर ने पालाबदलने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए भाजपा पर चुटकी ली है। थरूर ने कांग्रेस मुक्त भारत’ की तर्ज पर कहा अब उधर भी सब अपना सा है -‘कांग्रेस युक्त भाजपा’ । कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बुधवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक कविता के अंदाज में ट्वीट कर कहा,

छोड़कर जा रहे हैं घर अपना, शायद उनके कुछ और सपने हैं, अब उधर भी सब अपना सा है, अब उधर भी तो सभी अपने हैं,(कांग्रेस युक्त भाजपा!)

दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के मंगलवार को ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी और टीम राहुल के सदस्य माने जाते थे लेकिन उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंप दिया और इसके चंद घण्टों बाद ही वो भाजपा में शामिल हो गये। आरपीएन ने ट्विटर पर भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा साझा करने कि घोषणा की और कहा कि वे अपनी राजनीतिक यात्रा का नया अध्याय शुरू कर रहे हैं।

आरपीएन सिंह कांग्रेस पार्टी में झारखंड राज्य के प्रभारी थे। उन्हें कांग्रेस पार्टी ने उत्तरप्रदेश चुनाव में पहले चरण लिए अपना स्टार प्रचारक भी नियुक्त किया था। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह को भाजपा यूपी की पड़रौना सीट से उम्मीदवार बना सकती है। वो भाजपा छोड़कर समाजवादी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को कड़ी चुनौती दे सकते हैं।

भाजपा में शामिल होने का बाद आरपीएन सिंह ने कहा ‘कांग्रेस अब वैसी नहीं रही, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के सपने को पूरा करने के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। देश, जनता व पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद।’

हालांकि आरपीएन सिंह से पहले कांग्रेस पार्टी के तामाम वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, रायबरेली से विधायक अदिति सिंह समेत कई अन्य नेताओं ने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने का निर्णय किया।

वहीं शशि थरूर से पहले कांग्रेस पार्टी के कई अन्य नेताओं ने आरपीएन सिंह के निर्णय को गलत करार दिया।

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व उत्तरप्रदेश के सहप्रभारी धीरज गुर्जर ने कहा, यें वक्त हैं बदलेगा जरुर, जो जा रहें है करके धोखा वो फिर से लाइन में लगेंगे जरुर। कांग्रेस कल भी थी, आज भी हैं और कल भी होगी। जब बदलेगा वक्त तब इन गद्दारों का नाम काले अक्षरों में लिखा जायेगा जरुर। जो जायेगें वो गद्दार कहलायेंगे, और गद्दारों के नाम याद रखे जायेगे।