अगर आप गणेश उत्सव पर किसी ऐसे मंदिर की यात्रा करना चाहते हैं, जहां सिर्फ पूजा नहीं बल्कि चमत्कार भी देखने को मिलें, तो आंध्रप्रदेश का कनिपक्कम वरसिद्धि विनायक मंदिर आपके लिए सही स्थान है. चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर पूरे दक्षिण भारत में अपनी अनोखी पहचान रखता है. यहां की गणेश प्रतिमा स्वयंभू मानी जाती है, जो समय के साथ धीरे-धीरे बड़ी होती जा रही है. यही वजह है कि लाखों श्रद्धालु इसे चमत्कारी मानते हैं और हर साल यहां उमड़ते हैं.

मंदिर का इतिहास 11वीं शताब्दी से जुड़ा है. लोककथा के अनुसार, एक किसान जब कुआं खोद रहा था, तो उसे यहां यह अद्भुत प्रतिमा मिली. तभी से यह स्थान आस्था का केंद्र बन गया. यहां का एक और अनोखा पहलू है. लोग अपने विवादों को सुलझाने के लिए भगवान गणेश के सामने शपथ लेते हैं, क्योंकि मान्यता है कि इस मंदिर में झूठ कभी टिकता नहीं.
गणेश उत्सव की भव्यता
गणेश चतुर्थी पर मंदिर का नजारा देखने लायक होता है. दस दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शोभायात्राएं आयोजित होती हैं. दीपों की जगमगाहट और भक्ति गीतों की गूंज श्रद्धालुओं को एक दिव्य वातावरण का अनुभव कराती है.
कैसे पहुंचे कनिपक्कम?
- हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट तिरुपति (70 किमी) और बेंगलुरु (180 किमी).
- रेल मार्ग: तिरुपति और चित्तूर स्टेशन से नियमित ट्रेनें उपलब्ध.
- सड़क मार्ग: चित्तूर से सिर्फ 12 किमी और तिरुपति से 70 किमी दूर, जहां बस और टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं.
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