नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर कोटवा के चकबंगाली पुरवा में सिलेंडर में रिसाव के कारण आग लग गई और सिलेंडर फट गया. सोमवार 85 वर्षीय वृद्ध महिला जीवित रहते हुए अपनी तेरहवीं करवा रही थीं. त्रयोदशाह संस्कार के लिए भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव से आग लग गई, जिसमें वृद्ध महिला की मौत तो हुई ही, उसकी बहू समेत अन्य पांच लोगों की भी जान चली गई. एक किशोरी की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना जानकारी लगते ही सदमे में बुजुर्ग महिला के देवर की भी मौत हो गई. पुलिस रानी की सराय थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कोटवां चकबंगाली गांव निवासी महेंद्र राम की मां रामताजी देवी का जीवित होने के बाद भी त्रयोदशाह संस्कार का आयोजन था. भंडारे में शामिल होने के लिए उनके रिश्तेदार भी जुटे हुए थे. दोपहर लगभग सवा एक बजे घर के करीब स्थित एक कमरे में भोजन बन रहा था. पास पड़ोस के लोगों का कहना है कि इस दौरान टिन शेड में रखे गैस सिलेंडर में रिसाव से अचानक आग लग गई. इसके बाद सभी महिलाएं पास के एक कमरे में भागकर चली गईं और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया.
इधर आग कमरे के बाहर चारों तरफ फैल चुकी थी. इससे कमरे के अंदर मौजूद रामताजी देवी, उनकी बहू 48 वर्षीय कविता के अलावा रिश्तेदार 55 वर्षीय तारा देवी, 44 वर्षीय अनीता व उनकी दो वर्षीय नतिनी अराध्या के साथ ही रिश्तेदारी में आई पांच वर्षीय बच्ची अंजलि की भी दम घुटने से मौत हो गई. महेंद्र की 17 वर्षीय बेटी पूज्यंका उर्फ पुष्पांजलि की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है. मौके पर पहुंचे अग्निशमन दल के कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ में आग लगने से चार महिलाओं व दो बच्चियों की मृत्यु पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने मृतकों के परिवारीजन को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने शोकसंतप्त घरवालों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना भी व्यक्त की है.